नई दिल्ली : दिल्ली शराब घोटाले में ईडी की पूछताछ का सामना कर रहीं तेलंगाना की सीएम केसीआर की बेटी के. कविता आज जंतर मंतर पर धरना देने वाली हैं। इस धरने में उनकी भारत राष्ट्र समिति पार्टी के 5000 कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। यही नहीं उन्होंने अपने प्रदर्शन के जरिए विपक्षी एकता को भी मजबूत करने का प्रयास किया है। उनके इस धरने में 13 दलों ने समर्थन देने का ऐलान किया है। इस धरने में आम आदमी पार्टी से संजय सिंह, अकाली दल से नरेश गुजराल, उद्धव ठाकरे की शिवसेना का डेलिगेशन, पीडीपी के अंजुम जावेद मिर्जा, नेशनल कॉन्फ्रेंस के डॉ. शमी फिरदौस, टीएमसी की सुष्मिता देव शामिल होंगे।
इसके अलावा जेडीयू से केसी त्यागी, एनसीपी की सीमा मलिक, सीपीआई से के. नारायण, सीपीएम के सीताराम येचुरी और समाजवादी पार्टी की नेता पूजा शुक्ला शामिल होंगी। वहीं लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी से श्याम रजक शिरकत करेंगे। अपना अलग ही मोर्चा इन दिनों शुरू करने वाले राज्यसभा के सांसद कपिल सिब्बल भी धरने ममें शामिल होंगे। बता दें कि इससे पहले मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर भी 10 राजनीतिक दलों ने समर्थन में पत्र लिखा था। इन दलों में आरजेडी, बीआरएस, एनसीपी जैसी पार्टियां शामिल थीं।
हालांकि अहम बात यह है कि इस धरने से कांग्रेस दूर रहेगी, जो देश की मुख्य विपक्षी पार्टी है। साफ है कि शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया से लेकर के. कविता तक के खिलाफ ऐक्शन के विरोध में जो एकजुटता दिखाने की कोशिश हो रही है, वह बहुत सफल नहीं है। कांग्रेस के अलावा ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजेडी, आंध्र की वाईएसआर कांग्रेस जैसे दल ऐसी किसी भी मोर्चाबंदी से दूर ही रहे हैं। यही नहीं के. कविता के धरने का जिन दलों ने समर्थन किया है, वे भी अपने दूसरी श्रेणी के नेताओं को ही भेज रहे हैं।