कश्मीर में लॉकडाउन के बीच हर्षोल्लास से मनाई जा रही ईद
श्रीनगर (एजेंसी): पवित्र रमजान माह के समापन की प्रतीक ‘ईद-उल-फितर’ रविवार को कश्मीर घाटी में लॉकडाउन के बीच हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनायी गयी हालांकि प्रतिबंधों और मुस्लिम उलेमाओं की अपील पर घाटी में इस बार बड़े सामूहिक नमाजों का आयोजन नहीं किया गया।
राजधानी श्रीनगर और आसपास के इलाकों में मुस्लिमों ने प्रतिबंधों को धता बताते हुए पुलिस और सुरक्षा बलों के पहुंचने से पहले सुबह 05.45 से 07.00 बजे तक अपने-अपने इलाकों की मस्जिदों में नमाज अदा की। पुलिस और सुरक्षा बलों ने शहर के ज्यादातर इलाकों में ऐसी सामूहिक नमाज पर रोक लगा दी।
उपराज्यपाल जीसी मुर्मु और उनके सलाहकार , मुख्य सचिव , पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ फारूक अब्दुल्ला एवं उनके पुत्र उमर अब्दुल्ला समेत सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों को ईद की बधाई दी।
इससे पहले जम्मू कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती मुफ्ती नासिर इस्लाम ने शनिवार को चांद दिखने की घोषणा करते हुए कहा था कि रविवार को ईद मनायी जायेगी। इस घोषणा के तत्काल बाद लोग बाजारों में उमड़ आये तथा मीट और चिकन की दुकानों में आधी रात तक खरीदारी करते रहे।
घाटी के लोगों ने आज हर्षोल्लास और उत्साह के साथ ईद मनायी। प्रशासन ने परिस्थितिजन्य कारणों से हालांकि प्रतिबंध लगाया है और कोरोना वायरस के प्रसार पर रोकथाम के प्रयासाें के मद्देनजर लोगों से अपने घरों के भीतर रहने को कहा है।
पैगम्बर मोहम्मद के घर असार-ए-शरीफ हजरतबल दरगाह , ऐतिहासिक जामिया मस्जिद, ईदगाह और अन्य प्रमुख मस्जिदों में बड़े सामूहिक नमाज के आयोजन नहीं हुए।
प्राप्त रिपोर्टों के मुताबिक कुछ लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए शहर के भीतरी इलाकों की स्थानीय मस्जिदों में नमाज अता की। कुछ इलाकों में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जबकि कहीं-कहीं इसका उल्लंघन देखा गया। डलगेट और अन्य इलाकों में लोगों ने अपने लॉन में नमाज पढ़ी।