प्रदेश के आठ जिले हुए कोरोना संक्रमण शून्य: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
लखनऊ: प्रदेश के 08 जनपद कोरोना संक्रमण शून्य हो गये हैं। प्रदेश के 52 जिलों से अब तक 1176 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं, जिसमें से 1030 मामले एक्टिव हैं। अब तक 129 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उन्होंने बताया कि प्रदेश में 15 टेस्टिंग लैब चल रहे है। उन्होंने बताया कि लोकबन्धु अस्पताल को एल-2 कैटेगरी में शामिल करने की अधिसूचना जारी कर दी गयी है। प्रदेश में अब प्रतिदिन 2,000 से अधिक सैम्पल टेस्ट किये जा रहे हैं।
अब तक 31,726 लोगों के सैम्पल टेस्ट किये गये जिसमें से 30,550 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 1,020 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में तथा 10336 लोगों को फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों में 0-20 आयु वर्ग के 19.39 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 48.04 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 24.06 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की संख्या 8.5 प्रतिशत है। इसमें 78 प्रतिशत पुरूष जबकि 22 प्रतिशत महिलाएं कोरोना पाॅजिटिव पायी गयी है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पुलिस बल तथा पूरी मेडिकल टीम को हर हाल में संक्रमण से सुरक्षित रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि पुलिस कर्मी सुरक्षा के उपकरण लगाकर ही ड्यूटी पर ही जाएं। मास्क, दस्ताने तथा शील्ड का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करें। कोविड-19 के रोगियों के उपचार में लगे डाॅक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को प्रत्येक दशा में संक्रमण से बचाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।
कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह व सूचना एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य की प्रेसवार्ता… https://t.co/1WaSZtUvit
— Government of UP (@UPGovt) April 20, 2020
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिन राजकीय मेडिकल काॅलेजों में कोविड-19 के सैम्पल की टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां टेस्टिंग लैब स्थापित की जाए। राजकीय मेडिकल काॅलेज विहीन मण्डल मुख्यालय के जिला चिकित्सालय में टेस्टिंग लैब स्थापित की जाए। चिकित्सा कर्मियों के कोविड नियंत्रण प्रशिक्षण एवं अस्पतालों में संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय करते हुए इमरजेन्सी सेवाओं का संचालन प्रारम्भ किया जाए। मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से आम जनता को भी उपचार की प्राथमिक विधि के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए एक कार्य योजना तैयार की जाए।