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अयोग्य साबित होने पर भी नहीं जाएगी एकनाथ शिंदे की कुर्सी, जानें क्या है वजह

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना विधायकों की अयोग्यता पर होने वाले फैसले को लेकर आश्वस्त हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास पूर्ण बहुमत है और उम्मीद है कि फैसला उनके पक्ष में आएगा. इतना ही नहीं अगर फैसला एकनाथ शिंदे के पक्ष में नहीं आता है, तो भी उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने प्लान-बी भी तैयार किया हुआ है.

एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनकी पार्टी ही असली शिवसेना है. चुनाव आयोग ने भी उन्हें ही शिवसेना का चुनाव चिह्न दिया है. शिंदे सरकार के प्लान-बी के अनुसार, अगर एकनाथ शिंदे अयोग्य साबित होते हैं तो उन्हें विधान परिषद का सदस्य बना दिया जाएगा. जिससे वे विधायक बने रहेंगे और एमएलसी की कुर्सी से वापस सरकार में आ जाएंगे.

एकनाथ शिंदे का कहना है कि शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी (अजीत पवार) सहित उनके पास बहुतमत 144 से ज्यादा सीटें हैं. इसलिए सरकार को कोई खतरा नहीं है. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में तीनों पार्टी को मिलकर एकनाथ शिंदे सरकार के पास 215 सीट हैं. इनमें बीजेपी के पास 106 विधायक हैं. शिवसेना शिंदे गुटे के 40 विधायक हैं. एनसीपी के 40 तथा 21 अन्य विधायकों का समर्थन सरकार के पास है.

उधर, फैसला सुनाने से पहले विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि अपात्रता की याचिका पर सुनवाई पूरी हो चुकी है. उस पर फैसला सुनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि निर्णय कानून में जो प्रावधान है, सर्वोच्च न्यायालय ने जो सिद्धांत स्थापित किए हैं उनके आधार पर ही लिया जाएगा.

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