UP Election 2017: अमेठी-रायबरेली सीट को लेकर सपा-कांग्रेस में सस्पेंस बरकरार
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के बाद भी दो दर्जन सीटों पर सस्पेंस बना है। अमेठी और रायबरेली के अलावा वह सीटें भी हैं, जिनपर दोनों दलों के प्रत्याशी नामांकन कर चुके हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सत्ता पर काबिज समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के बीच गठबंधन के बाद भी तमाम पेंच फंसे हैं। कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले अमेठी तथा रायबरेली में अभी भी कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी के बीच सीट का मामला फंसा है। इन दोनों विधानसभा में कांग्रेस की सभी सीटों की मांग है जबकि समाजवादी पार्टी के दो मंत्री भी यहां से प्रत्याशी घोषित हैं।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच चुनाव से पहले हुए गठबंधन के बाद भी दो दर्जन सीटों पर सस्पेंस बना है। अमेठी और रायबरेली के अलावा इनमें वह सीटें भी शामिल हैं, जिनपर गठबंधन के बाद भी दोनों दलों के प्रत्याशी नामांकन कर चुके हैं। लखनऊ की मोहनलालगंज सीट व मध्य, कानपुर की आर्यनगर सीट और मथुरा की बलदेव भी इनमें शामिल हैं। इसके अलावा ऐसी और भी कई सीटें हैं, जिनपर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों उम्मीदवारों ने पर्चा एक साथ दाखिल किया है. लेकिन यह तय नहीं हो सका है कि गठबंधन की सीटों का बंटवारा कैसे होगा।
इस असमंजस के बीच अब सबकी निगाहें अमेठी व रायबरेली की दस विधानसभा सीटों पर टिकी हैं। इन सीटों पर समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस की दावेदारी मजबूत है। कांग्रेस ने रायबरेली की बछरावां सीट से सुशील पासी को अपना प्रत्याशी भी घोषित किया था लेकिन बाद में उनको नामांकन करने से रोका गया है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो दिन में अमेठी और रायबरेली की सीटों पर कांग्रेस अपनी सूची जारी कर देगी।
इस बाबत कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी व रायबरेली से गांधी परिवार के जुड़ाव से सभी लोग वाकिफ है। इन दोनों जिलों को गांधी परिवार अपना अंग मानता है। इसी कारण गांधी परिवार के लोग चाहते हैं कि अमेठी व रायबरेली की सभी सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी ही चुनाव लड़े। दीपक ने कहा कि यह सच है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसके लिए काफी मेहनत की है और पार्टी सभी 10 सीटों को जीतने की स्थिति में है।
दीपक सिंह ने इसके बाद कहा कि वह पूरी ईमानदारी से अखिलेश यादव को फिर से मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि अमेठी-रायबरेली की दसों सीट पर कांग्रेस जीत हासिल करेगी। बता दें अमेठी की सीटों पर राहुल गांधी ने अपनी अखिलेश के साथ साझा प्रेस वार्ता में भी पत्ते नहीं खोले हैं। इस बाबत कांग्रेसियों का कहना है कि अमेठी रायबरेली की सीटें कांग्रेस के खाते में ही जाएंगी। वहीं समाजवादी पार्टी से मौजूदा विधायक गायत्री प्रजापति पहले से ही मैदान में हैं और मुख्यमंत्री उनके लिए अपील भी कर चुके हैं। इनके साथ रायबरेली की ऊंचाहार सीट से मंत्री मनोज कुमार पाण्डेय समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं। देखना दिलचस्प होगा कि गठबंधन के लिए अमेठी-रायबरेली की सीटों का बंटवारा कैसे होता है। यह दोनों ही दलों के लिए एक बड़ी चुनौती है।