श्रीनगर ; पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को भाजपा पर चुनाव आयोग को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग (election Commission) अब स्वतंत्र नहीं रह गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग पर अब भाजपा का एकाधिकार (BJP monopoly) हो गया है। भाजपा जो भी करने को कहेगी, आयोग वही करेगा।
महबूबा मुफ्ती ने अनंतनाग जिले के खिरम इलाके में संवाददाताओं से कहा, “चुनाव आयोग को इस हद तक उलट दिया गया है कि अब वह स्वतंत्र निकाय नहीं है, जिस पर देश को गर्व था। हमारे चुनाव आयुक्तों को चुनाव कराने के लिए विशेषज्ञ सलाह लेने के लिए अन्य देशों द्वारा आमंत्रित किया गया था।” उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहा है, भले ही सत्ता पक्ष ने कानूनों का उल्लंघन किया हो।
उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भाजपा नेतृत्व ने धार्मिक आधार पर चुनाव प्रचार किया। मुसलमानों (Muslims) को खुलेआम धमकाया जा रहा है लेकिन चुनाव आयोग मूकदर्शक बना हुआ है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव तभी होंगे, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसके लिए हरी झंडी दिखाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कैसे कह सकती हूं कि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में चुनाव कब होंगे? यह चुनाव आयोग द्वारा तय किया जाएगा और जब भाजपा ऐसा कहेगी तो आयोग चुनाव की घोषणा करेगा। शासन के मुद्दे पर मुफ्ती ने कहा कि मौजूदा सरकार सब कुछ उलटने पर तुली हुई है।
महबूबा ने कहा, “हमारे कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) को देखिए जो कई महीनों से जम्मू में डेरा डाले हुए हैं। वे मांग कर रहे हैं कि कश्मीर में हालात में सुधार होने तक उन्हें जम्मू स्थानांतरित किया जाए लेकिन सरकार कभी उनका वेतन रोक रही है तो कभी उनका राशन रोक रही है।”
पीडीपी अध्यक्ष ने दावा किया कि भाजपा चुनाव में वोट बटोरने के लिए केवल कश्मीरी पंडितों के दर्द का फायदा उठा रही है। महबूबा ने कहा, “उन्हें किसी की परवाह नहीं है चाहे वह कश्मीरी पंडित हों या कोई और, वे केवल चुनाव जीतना चाहते हैं।”