रोजगार, राज्य सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रोजगार, राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में युवाओं को विनिर्माण, व्यवसाय और सेवा क्षेत्र के लिए एक लाख से 50 लाख रूपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। ऋण लेने वाले युवाओं को 3 प्रतिशत ब्याज की सब्सिडी दी जाएगी। योजना में युवाओं को बैंक गारंटी नहीं देनी होगी, सरकार युवाओं की ओर से गारंटी लेगी। इसके लिए 140 करोड़ रुपए की राशि राज्य सरकार बैंकों में जमा करेगी। जिन परिवारों की वार्षिक आय 12 लाख रुपए तक है, उन परिवारों के युवा इस योजना में ऋण प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए नई आशा और उम्मीद का संदेश लेकर आई है। आज 2019 युवाओं को लगभग 108 करोड़ रुपए के ऋण प्रदान किए गए। राज्य सरकार द्वारा प्रतिमाह एक दिन रोजगार दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। रोजगार उपलब्ध कराना हमारे लिए एक यज्ञ के समान है।
मुख्यमंत्री चौहान कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर भोपाल में मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के शुभारंभ अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने की। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, वन मंत्री कुंवर विजय शाह, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुमीना सिंह, पशुपालन एवं सामाजिक न्याय मंत्री प्रेम सिंह पटेल, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग तथा औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाहा, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री राम खिलावन पटेल, आयुष राज्य मंत्री राम किशोर कांवरे, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओ. पी. एस. भदौरिया तथा रोजगार बोर्ड के अध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर युवा के चेहरे पर मुस्कान हो, वह आत्म-विश्वास से परिपूर्ण हो। युवा आत्म-निर्भर बनें, राज्य सरकार रोजगार दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रदेश में एक क्रांति का आरंभ है। आजीविका, व्यक्ति की सबसे बड़ी चिंता है, इसलिए राज्य सरकार रोजगार और स्व-रोजगार के लिए समग्र रूप से प्रयासरत है। शासकीय सेवा में भर्ती के लिए भी अभियान चलाया गया है। स्कूल शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की गई है। साथ ही पुलिस आरक्षक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि यह वास्तविकता है कि सभी युवा सरकारी नौकरी से रोजगार प्राप्त नहीं कर सकते। अत: स्व-रोजगार की व्यवस्था करना आवश्यक है। प्रदेश में निवेश लाकर रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में प्रति माह एक दिन रोजगार दिवस के रूप में मनाने के क्रम में पहले रोजगार दिवस 12 जनवरी को 5 लाख 25 हजार से अधिक हितग्राहियों को स्व-रोजगार के लिए 2700 करोड़ रूपए, दूसरे रोजगार दिवस 25 फरवरी को 5 लाख 2 हजार से अधिक हितग्राहियों को स्व-रोजगार के लिए 2,776 करोड़ रूपए और तीसरे रोजगार दिवस 30 मार्च को 3 लाख 33 हजार से अधिक हितग्राहियों को 2,268 करोड़ रूपए से अधिक की ऋण सहायता स्वीकृत की गई। इस प्रकार गत तीन महीनों में 13 लाख 63 हजार युवाओं को विभिन्न योजनाओं में स्व-रोजगार से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेरा सपना है कि प्रदेश के बेटा-बेटी, रोजगार माँगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि प्रदेश में 650 से अधिक नई इकाइयाँ स्थापित हुई हैं। इनमें 40 हजार करोड़ रूपए से अधिक का निवेश होना है। इससे रोजगार के एक लाख नए अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की विकास दर इस वर्ष 19.7 प्रतिशत है, जो देश में सबसे अधिक है। प्रदेश की जीडीपी बढ़ कर साढ़े ग्यारह लाख करोड़ हो गई है। प्रदेश का देश की जीडीपी में योगदान 3.6 प्रतिशत से बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश ने इस वर्ष 40 हजार करोड़ रूपए का निर्यात किया है। प्रदेश में हो रहे गेहूँ और चावल का उपयोग दुनिया के देश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अपना मध्यप्रदेश बढ़ता मध्यप्रदेश है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि मनुष्य केवल साढ़े तीन हाथ का हाड़–मांस का पुतला नहीं हैबल्कि ईश्वर का अंश और अनंत शक्ति का भंडार है। दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं, जो वह नहीं कर सकता। जो लोग अपनी सोच को क्रियान्वित करने की कोशिश करते हैं वे सफल होते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर के विभिन्न सफल स्टार्ट-अप का उल्लेख करते हुए कहा कि नए परिवेश और बदलती तकनीक के अनुरूप व्यवसाय में नए विचारों का बहुत महत्व है। युवा व्यवसाय क्षेत्र में नवाचार करें, राज्य सरकार उनके साथ है।
हितग्राहियों से संवाद
मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल की सुशुभांगनी श्रीवास्तव, दीपक नागर, खुशबू सिंह, राजगढ़ की श्रीमती पप्पी तंवर, विदिशा के विक्रम सिंह ठाकुर, नर्मदापुरम के आशीष और रेहटी, सीहोर के देवेंद्र मालवीय को मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में चेक प्रदान किए। मुख्यमंत्री चौहान ने उद्यम क्रांति योजना के हितग्राहियों से वर्चुअली बातचीत की। खण्डवा के अजीत सूर्यवंशी ने बताया कि वे दवाओं का व्यापार आरंभ करेंगे। जबलपुर की सुखुशबू अग्रवाल ने बताया कि वे वेडिंग ऑर्गनाइजर के अपने कार्य को विस्तार देना चाहती हैं। उन्हें इस योजना की जानकारी यू-ट्यूब से प्राप्त हुई। वार्तालाप के दौरान शिवपुरी में लोडिंग गाड़ी चलाने के लिए योजना में ऋण लेने वाले रूपेश से मुख्यमंत्री चौहान ने अनौपचारिक लहजे में बातचीत की। मुख्यमंत्री चौहान ने पन्ना के हेतराम चौधरी से भी बात की। चौधरी ने योजना से मिले ऋण से फोटो-कॉपी की मशीन लगाई है।
सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के समायनुकूल परिस्थितियों के अनुसार स्व-रोजगार के अवसर सृजित करने के विचार के परिणाम स्वरूप ही मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का अंकुरण हुआ। युवाओं के स्वावलंबन के पक्षधर मुख्यमंत्री चौहान के विचार आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में सहायक हैं। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का क्रियान्वयन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कन्या-पूजा और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आयुक्त उद्योग और एमएसएमई के सचिव पी. नरहरि ने योजना की जानकारी दी। मुख्यमंत्री चौहान ने ‘मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति’ योजना की मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम से प्रदेश के सभी 51 जिले वर्चुअली जुड़े।
मुख्यमंत्री चौहान ने योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में बैंकर्स की भूमिका की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के संयोजक, सेंट्रल बैंक के महाप्रबंधक एस. डी. माहुरकर का सम्मान भी किया।