पर्यावरण सक्रियतावादियों, राजनीतिक दलों ने आरे में कार शेड निर्माण के फैसले के खिलाफ किया प्रदर्शन
मुंबई: पर्यावरण सक्रियतावादियों, शिवसेना के उद्धव ठाकरे नीत गुट और आम आदर्मी पार्टी समेत कुछ राजनीतिक दलों ने आरे में मेट्रो-3 कार शेड निर्माण संबंधी महाराष्ट्र सरकार के हालिया फैसले के खिलाफ रविवार को आरे कॉलोनी में विरोध-प्रदर्शन किया। आरे, उपनगर गोरेगांव में एक हरित क्षेत्र है। हाथों में तख्तियां लिये प्रदर्शनकारियों ने महाराष्ट्र की नयी सरकार के उस प्रस्ताव के खिलाफ नारेबाजी की, जिसमें मेट्रो-3 कार शेड परियोजना को दोबारा मुंबई के आरे वनक्षेत्र में स्थानांतरित करने का फैसला किया गया है।
बृहस्पतिवार को नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद हुई पहली कैबिनेट बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य प्रशासन को आरे कॉलोनी में मेट्रो-3 कार शेड बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। हालांकि, पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार ने पर्यावरण सरंक्षण के मद्देनजर कार शेड परियोजना को आरे से कंजुरमार्ग स्थानांतरित कर दिया था। ठाकरे सरकार ने आरे को संरक्षित वनक्षेत्र भी घोषित किया था।
रविवार को शिवसेना और इसकी युवा शाखा ‘युवा सेना’ के कार्यकर्ताओं ने कार शेड परियोजना कंजुरमार्ग स्थानांतरित करने के फैसले को लेकर कड़ा विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार में पर्यावरण मंत्री रहे आदित्य ठाकरे ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि वह विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने के चलते प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके। हालांकि, उन्होंने राज्य सरकार से फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
प्रदर्शन के दौरान शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एकनाथ शिंदे नीत सरकार पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं ने कहा कि वन ना केवल शहर के लोगों को शुद्ध वायु उपलब्ध कराते हैं बल्कि यह वन्यजीवों का आश्रय स्थल भी है। वहीं, आम आदमी पार्टी की मुंबई इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष रुबेन एम. ने कहा कि आरे दुनिया का एकमात्र शहरी वन पारिस्थितिकी तंत्र है और इसे हर कीमत पर बचाया जाना चाहिए।