भागवत कथा का सार ब्रह्म चिंतन: कथा व्यास श्री अरविंद जी महाराज
लखनऊ। भारतीय ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में ठाकुरगंज बाबा गोमती दास स्थल श्री परशुराम जी मंदिर घास मंडी ठाकुरगंज में 3 मई से चल रहे श्री #परशुराम जन्मोत्सव अष्टदशम समारोह के अन्तर्गत द्वितीय दिवस श्री परशुराम जी मंदिर घास मंडी ठाकुरगंज में श्री मद भागवत कथा में आज द्वितीय दिवस महाभारत उपाख्यान,परीक्षित जी का जन्म शाप एवं शुकदेव आगमन आदि की कथा का व्याख्यान कथा व्यास पंडित अरविंद जी महाराज जी द्वारा किया गया।
कथा व्यास श्री अरविंद जी महाराज व्याख्यान किया कि अगर एक वृक्ष में कई फल लगे हो तो तोता सबसे मीठे फल पर मुख लगाता है।भागवत भी इसी प्रकार का मीठा फल है जो खाने के बाद ईश्वर साक्षात हमारे शरीर में विद्यमान हो जाते है। अरविंद जी महाराज ने बताया जिस प्रकार मधुमक्खी के छत्ते का महत्व उसने स्थित शहद के कारण होता है अर्थात् मधुमक्खी के छत्ते का सार शहद है इसी प्रकार भागवत कथा का सार ब्रह्म चिंतन है कथा का सार है ब्रह्म चर्चा।उन्होंने बताया जो ब्रह्म की स्थापना हृदय में करा दे उसे कथा कहते है।
कार्यक्रम संयोजक अनुराग पांडेय ने बताया कि अक्षय तृतीया दिनांक 10 मई को सुबह हवन पूजन में पूरे क्षेत्र के सनातन धर्मावलंबी सम्मिलित होंगे ।
अपरांह में साधू संतों का भंडारा होगा।