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भारतीयों के लिए तैयार हुई खाने में पोषक तत्वों की अनुमानित औसत जरूरत और मात्रा

नई दिल्ली: स्वास्थ को बेहतर रखने के लिए हम क्या कुछ करते हैं. पोषक तत्वों को लेने के अलावा हम योगा या कसरत का सहारा लेते हैं. इसलिए पहली बार ये तय किया गया है हर भारतीय के लिए के खानपान में पोषक तत्वों की अनुमानित औसत जरूरत कितनी होनी चाहिए और यह कितनी मात्रा में होनी चाहिए.

भारतीय चिकित्सा परिषद (आईसीएमआर) के तहत अनुसंधान संस्थान राष्ट्रीय पोषक संस्थान (एनआईएन) ने भारतीयों के लिए संशोधित अनुसंशित आहार राशन (आरडीए) की रिर्पोट तैयार की है. सभी पोषक तत्वों के लिए एक ही मानक का इस्तेमाल होता है. आईसीएमआर-एनआईएन की निदेशक हेमलता आर के मुताबिक, बरसों से पोषक तत्वों की जरूरतें बढ़ी हैं, इसे देखते हुए यह प्रस्ताव तैयार किया गया है, ताकि इनका इस्तेमाल निजी तौर पर या आबादी के लिए किया जा सके.

मौजूदा प्रस्ताव के मुताबिक, अनुमानित औसत जरूरत (ईएआर) का इस्तेमाल आबादी द्वारा पोषक तत्वों की मात्रा के मूल्यांकन में किया जाता है. वहीं, किसी व्यक्ति के लिए पोषक तत्वों की कितनी सुरक्षित मात्रा होनी चाहिए, इसके लिए आरडीए बनाया गया है। इससे पहले ईएआर के मूल्यांकन में आरडीए का इस्तेमाल नहीं होता था.

फिलहाल भोजन और पोषक तत्वों की सूची तैयार कर रही है, इसलिए खुराक की मात्रा तय की गई है। इससे पहले 2011 में आरडीए में बदलाव किया गया था। 2019 के आखिर में आरडीए में फिर बदलाव कर दिया जाएगा। नए आरडीए में दूध और दूध से बने उत्पादों को प्रोटीन का उच्च गुणवत्ता वाला स्रोत माना गया है और इसे खानपान में अनिवार्य रूप से शामिल करने को कहा गया है.

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