शादी के सीजन में रिटेल व्यापार में 5.5 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान
नई दिल्ली : कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मौजूदा विवाह सीजन में 42 लाख शादियां होने का अनुमान जताया है। इसके साथ ही विवाह से जुड़ी खरीदारी और सेवाओं के जरिए करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये की भारी नगदी देशभर के बाजारों में आने का दावा किया है। इस सीज़न में अकेले राजधानी दिल्ली में ही 1.5 लाख करोड़ के कारोबार होने की उम्मीद है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को जारी बयान में कहा कि बीते साल दिसंबर तक के सीजन में करीब 35 लाख विवाह हुए थे, जिसमें खर्च का अनुमान 4.25 लाख करोड़ रुपये था। इसके मुकाबले मौजूदा विवाह सीजन में 5.5 लाख करोड़ रुपये का अनुमान अबतक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। खंडेलवाल ने कहा कि इस शादी के सीजन में विवाह संबंधित खरीदारी और सेवाओं के माध्यम से करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है।
खंडेलवाल ने बताया कि शादियों के सीजन के दौरान जिन सामानों में ज़्यादा व्यापार होता है, उनमें घर की मरम्मत और पेंटिंग का व्यवसाय मुख्य रूप से शामिल है। इसके साथ ही आभूषण, साड़ी, लहंगा-चुनरी, फर्नीचर, रेडीमेड कपड़े, कपड़े, जूते, विवाह और शुभकार्य कार्ड, सूखे मेवे, मिठाई, फल, पूजा वस्त्र, किराना, अनाज, सजावटी वस्त्र, घर की सजावट, इलेक्ट्रिकल यूटिलिटीज, इलेक्ट्रॉनिक्स, और विभिन्न उपहार आइटम आदि की मांग सबसे अधिक होती है, जिससे शादी के सीजन में बड़ा व्यापार मिलने की बड़ी उम्मीद रहती है।
कैट महामंत्री ने कहा कि शादियों के लिए बैंक्वेट हॉल, होटल, ओपन लॉन, समुदाय केंद्र, सार्वजनिक पार्क, फार्महाउस, और विभिन्न अन्य विवाह स्थलों को दिल्ली सहित पूरे देश में पूरी तरह से बुक कर लिया गया है। हर विवाह की खरीदारी के अलावा, टेंट डेकोरेशन, विवाह स्थल की सजावट, फूलों की सजावट, क्रोकरी, केटरिंग सेवाएं, यात्रा सेवाएं, कैब सेवाएं, पेशेवर स्वागत समूह, सब्जी विक्रेता, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, बैंड, संगीत कलाकार, डीजे सेवाएं, विवाह बारात के लिए घोड़े, बग्घी, लाइट, ढोल, ताशे, नफ़ीरी, शहनाई सहित अनेक अन्य सेवाओं को भी बड़ा व्यापार मिलता है।