उत्तर प्रदेशराज्य

संक्रामक बीमारियों से बचने को हाथों की सही स्वच्छता जरूरी

सामुदायिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्र अचलगंज में जागरूकता कार्यक्रम

उन्नाव : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अचलगंज में बृहस्पतिवार को लोगों को हाथों की सही तरीके से स्वच्छता से जुड़े जरूरी टिप्स दिए गए और इसके फायदे बताये गए। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया और केनव्यू के सहयोग से यह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी शैलेन्द्र मिश्र ने समस्त स्टाफ के साथ ही उपस्थित मरीजों व अन्य को हाथों की स्वच्छता से जुड़ी प्रमुख जानकारी दी। कार्यक्रम में करीब 40 आशा कार्यकर्ता व आशा संगिनी भी उपस्थित रहीं। पीएसआई इंडिया और केनव्यू के सहयोग से जनपद में चलाये जा रहे “डायरिया से डर नहीं” कार्यक्रम के तहत विश्व हाथ स्वच्छता दिवस के उपलक्ष्य में यह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर बताया गया कि डायरिया समेत कई अन्य संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए हाथों की स्वच्छता बहुत जरूरी है।

हाथों की सही स्वच्छता के बारे में सुमन-के (SUMAN –K) विधि के बारे में आसान तरीके से समझाया गया, इसके अंतर्गत “एस” का मतलब है पहले सीधा हाथ (हथेली और उँगलियाँ), “यू” यानि हाथ का पिछला हिस्सा (उल्टा), “एम” मतलब मुठ्ठी (उँगलियाँ और पोर), “ए” मतलब अंगूठा, “एन” मतलब नाखून (उँगलियों के सिरे) और “के” मतलब कलाई को साबुन पानी से कम से कम 20 सेकेण्ड तक धुलें और अपने हाथों को सही मायने में स्वच्छ रखें। इस विधि के माध्यम से छोटे बच्चों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी आसानी के साथ समझाया जा सकता है। खाना खाने से पहले, शौचालय के बाद, खांसने-छींकने के बाद, कचरे के निस्तारण के बाद, जानवरों की देखभाल के बाद और बीमार व्यक्ति से सम्पर्क व देखभाल से पहले और बाद में हाथों की स्वच्छता का खास ख्याल जरूर रखना चाहिए ताकि किसी भी तरह के संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सके। डायरिया की स्थिति में ओआरएस घोल की महत्ता भी समझाई गयी। इस मौके पर पीएसआई इंडिया से गजेन्द्र सिंह और अशरफ हुसैन आदि उपस्थित रहे।

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