लिव इन में रहने वाली महिला से अपने बच्चे को लेकर भागे भारतीय का इंग्लैंड से अमेरिका प्रत्यर्पण
वाशिंगटन। अब गुजरात के वडोदरा में रह रहे अमेरिकी नागरिक बन चुके अमित कुमार पटेल को इंग्लैंड में गिरफ्तार कर लिया गया है। अमेरिका के अटर्नी के मुताबिक उन पर अपने बच्चे की मां के अधिकारों को छीनने का आरोप है। इसलिए उन्हें बच्चे समेत अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया है। 38 वर्षीय पटेल को इंग्लैंड से इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि वह अपने बच्चे की मां को धोखा देकर इंग्लैंड भाग गए थे।
इससे पहले, वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अमेरिकी मजिस्ट्रेट जज केरन एम. विलियम की केमडेन फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई में पेश हुए थे। उसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। वह शुरुआती समय में कोर्ट में पेश होते रहे थे, फिर अपने बच्चे की मां के अधिकारों का हनन करके वह बच्चे को लेकर अमेरिका से भारत आ गए थे। इंटरनेशनल पैरेंटल किडनैपिंग कोर्ट ऐसे मामलों में अधिकाधिक तीन साल कैद और 2,50,000 डालर का जुर्माना लगाया जाता है।
दस्तावेजों के अनुसार, बच्चे की मां न्यूजर्सी की निवासी हैं। वह न्यूजर्सी में अगस्त, 2015 से लेकर जुलाई, 2017 तक लिव इन में रहते थे और उन्होंने कभी शादी नहीं की थी। पटेल ने दावा किया कि वह बच्चे को अपने माता-पिता से मिलाना चाहते हैं और इसके लिए उसके डीएनए टेस्ट की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने दावा किया कि भारत में उनके परिवार की संपत्ति पर बच्चे के दावे के लिए उस डीएनए टेस्ट की आवश्यकता होगी।
पटेल ने बच्चे का भारतीय वीजा हासिल करने के लिए आवेदन किया लेकिन वह उचित दस्तावेज के अभाव में उन्हें नहीं मिला। पटेल ने बच्चे के लिए भारतीय वीजा हासिल करने के लिए बच्चे की मां को बताया कि इसके लिए उन्हें चार माह के बच्चे की एकल कस्टडी चाहिए होगी। इस कस्टडी के लिए उन्हें कोर्ट जाना पड़ेगा। पटेल ने बच्चे की मां को समझाया कि वह कोर्ट में कह दे कि उनके बच्चे की कस्टडी को लेकर उनमें आपसी समझौता हो चुका है।
उन्होंने बच्चे की मां को कोर्ट में अपना वर्क परमिट न होने की बात कहने को भी राजी कर लिया ताकि साबित हो कि वह बेरोजगार है और बच्चे की देखरेख में अक्षम है। एक मई, 2017 को पटेल न्यूजर्सी के सुप्रीम कोर्ट गए और बच्चे की एकल कस्टडी हासिल कर ली। बच्चे की मां के मुताबिक ज्यादातर सुनवाई अंग्रेजी में हुई और वहां कोई दुभाषिया भी नहीं था। सुनवाई के दौरान उसे कोई अटर्नी भी नहीं मिला।
अगले दिन 26 जुलाई, 2017 को कोर्ट से आदेश होते ही पटेल बच्चे को लेकर कुछ दिनों के लिए भारत चले गए लेकिन वहां पहुंच कर बच्चे की मां से कोई संपर्क नहीं रखा। एक हफ्ते बाद सिर्फ यह कहने के लिए फोन किया कि वह बच्चे को लेकर कभी वापस अमेरिका नहीं आएंगे। इसके बाद बच्चे की मां ने न्यूजर्सी के सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया और 16 अक्टूबर, 2018 को कोर्ट ने पटेल को तत्काल बच्चे को वापस अमेरिका लेकर आने का आदेश दिया लेकिन पटेल वापस नहीं लौटे और भारत से भी भागकर इंग्लैंड चले गए।