पाकिस्तान के लिए सिरदर्द बना F-16 फाइटर जेट, वायुसेना से बाहर करने की आ गई नौबत

नई दिल्ली: पाकिस्तान एयर फ़ोर्स (PAF) की F‑16 फाइटर जेट्स अब ऑपरेशन-बेल्ट (operation-ready) से बाहर हो सकती हैं, क्योंकि स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति रद्द हो गई है — मुख्य रूप से $682,000 की बकाया राशि के कारण जो अमेरिकी FMS प्रोग्राम को लंबित है। Mirage Rebuild Factory (MRF), जो पाकिस्तान में F‑100 इंजनों का रखरखाव करती है, ने यह चेतावनी दी है कि यदि समय रहता हुआ भुगतान नहीं हुआ तो पूर्ण बेड़े का परिचालन संकटग्रस्त हो जाएगा।
अमेरिकन प्रतिबंध और ट्रंप की दूरी
ट्रंप प्रशासन के समय से ही पाकिस्तान से सुरक्षा सहयोग कट गया था। हालांकि 2022 में अमेरिका ने $450 मिलियन की सहायता दी थी, लेकिन ऐसे पैकेज उन्होंने पारित किए, जब पाकिस्तान ने कुछ नेटवर्क्स जैसे तालिबान के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन अब ट्रम्प या मौजूदा प्रशासन की ओर से कोई नई मदद स्पष्ट नहीं दिख रही जिससे सप्लाई बंद हो गई है।
तकनीकी दिक्कतें और परिचालन विफलता
F‑16 को संचालित करने वाले Pratt & Whitney F100 इंजनों (F100‑PW‑200 / PW‑229) में तकनीकी खराबी, उम्र और पार्ट्स की कमी ने परिचालन प्रभावित किया है।
F‑16 बेड़े में से पीएएफ के लगभग 75 विमान सक्रिय सेवा में हैं (Block 15 MLU, Block 52+, आदि)। लेकिन इनमें से कई विमान मरम्मत या पार्ट्स की प्रतीक्षा में ग्राउंडेड हैं।
चीन-निर्मित JF‑17 और स्वतःनिर्भरता
पाकिस्तान अब धीरे-धीरे JF‑17 थंडर जेट्स पर निर्भर हो रहा है। ये चीन के सहयोग से विकसित multirole जेट हैं। हालांकि, JF‑17 के RD‑93 इंजनों में स्पेयर पार्ट्स की कमी है—जो कि अमेरिका व रूस से प्रतिबंधों के चलते सीमित है।
इस संकट के चलते पाकिस्तान डेवलपिंग ड्रोन और UCAV सिस्टम पर भी जोर दे रहा है—जिसमें स्थानीय और चीनी सहयोग शामिल है।
दक्षिण पश्चिम रणनीतिक साझेदारी
पाकिस्तान को अमेरिका से इंजन पार्ट्स न मिलने के चलते अब तुर्की और चीन से रक्षा साजो- सामान खरीदना पड़ रहा है, जैसे: VT4 MBT, बायरकर ड्रोन, मिल्गेम कोरवेट्स आदि। लेकिन F‑16 को रिप्लेस कर पाने वाला कोई विकल्प फिलहाल उपलब्ध नहीं है।
रणनीतिक वायु प्रभुत्व पर खतरा
F‑16 बेड़े का संकट पाकिस्तान की एयर डिफेंस क्षमता को कमजोर कर सकता है।
भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच, PAF की मौजूदा ताकत पर यह संकट उनके लिए बड़ा झटका है।
चीन आधारित JF-17 ऊपर उठ रहा है, लेकिन वह F-16 का पूर्ण प्रतिस्थापन नहीं दे पा रहा।
साथ ही Project AZM जैसी 5वीं जेनरेशन विकास परियोजनाएं अभी तक ठहराव पर हैं।