उत्तर प्रदेशराज्य

माध्यमिक विद्यालयों में आयोग के नाम पर फर्जी नियुक्तियों का भंडाफोड़, ऐसे हुआ खेल

मुजफ्फरनगर : माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड के नाम पर फर्जी पैनल बना शिक्षकों की नियुक्तियों का भंड़ाफोड़ हुआ है। मुजफ्फरनगर में इस गैंग द्वारा सात फर्जी शिक्षकों की नियुक्तियां विभिन्न विद्यालयों में कर दी गई। इनमें से तीन ने बरला इंटर कॉलेज में ज्वाइन भी कर लिया, लेकिन अन्य चार के ज्वाइन करने से पहले ही आयोग से वैरीफिकेशन होकर आ गया, जिसमें सातों की नियुक्तियों और उक्त पैनल को फर्जी बताया गया है। मामले में मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दी गई है।

वर्ष 2016 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा शिक्षकों की भर्ती की गई थी। इसी वर्ष के तहत माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड से जिविनि मुजफ्फरनगर को जनवरी माह में सात शिक्षकों के नियुक्ति पत्र प्राप्त हुए। सभी नियुक्ति पत्र का सार एक है, लेकिन उनमें अलग-अलग जनपदों में नियुक्तियों का हवाला दिया गया है। पत्र में कहा कि उक्त चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्तियों के समय अन्य जनपद दिया गया था, लेकिन वह उस समय उक्त जनपदों में ज्वाइन नहीं कर सके। इसलिए सात शिक्षकों को समायोजन के आधार पर मुजफ्फरनगर जनपद में तैनात किया किया जाता है।

पत्र के बाद चार शिक्षकों की नियुक्ति बरला इंटर कॉलेज बरला में की गई है, जिनमें से तीन राजकुमार पुत्र हरिकिशन निवासी मेरठ ने हिंदी व विवेक शुक्ला पुत्र सत्यदेव शुक्ला निवासी प्रयागराज ने विज्ञान व विकास तिवारी पुत्र जयप्रकाश तिवारी निवासी वाराणसी ने सामाजिक विज्ञान के शिक्षक के पद पर 13 फरवरी को ज्वाइन कर लिया था।

चार शिक्षक मार्केंडय राव पुत्र रमादर्शाकर निवासी देवरिया की नियुक्ति मीरापुर एसडी इंटर कॉलेज में की गई है। इसी तरह से मेरठ निवासी गोपीचंद पुत्र मंशा राय की सामाजिक विज्ञान में नूनूखेडा, क्रांतिकुमार पुत्र सुधीराम निवासी वाराणसी की सामाजिक विज्ञान बरला इंटर कॉलेज बरला व उत्तम कुमार पुत्र मिठाईलाल निवासी देवरिया की नियुक्ति जीव विज्ञान अध्यापक के पद पर सर्वोदय इंटर कॉलेज घटायन नोनी खेड़ा में की गई। उक्त चारों ने ही अभी तक ज्वाइन नहीं किया था।

जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार ने उक्त सातों के नियुक्ति के बारे में सत्यापन के लिए आयोग को वैरीफिकेशन के लिए भेजा। वैरीफिकेशन आने से पहले ही सात में से तीन युवक ज्वाइन कर चुके थे। जब आयोग से सत्यापन होकर आया तो जिविनि हैरान रह गए। आयोग ने उक्त पैनल और नियुक्तियों को फर्जी बताया। साथ ही जिविनि को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।

अलीगढ़, महारागंज, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, आजमढ़, गोरखपुर, प्रयोग राज, बलिया, मऊ, मैनपुरी, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, बागपत, बांदा, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर आदि जनपदों में उक्त पैनल द्वारा इस तरह की नियुक्तियों का हवाला दिया गया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड से जनपद में जिन सात युवकों को शिक्षक के पद पर नियुक्तियां दी गई थी, उनका आयोग से वैरीफिकेशन कराया गया है। सत्यापन में इन सभी की नियुक्तियां और पैनल फर्जी पाया गया है। सातों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। चार के खिलाफ मैंने और तीन के खिलाफ बरला इंटर कॉलेज बरला के प्रबंधक ने थाने में तहरीर दी है।

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