बीकानेर: जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की एक और संवेदनशील पहल की बदौलत चकगरबी में शिफ्ट किए गए परिवारों को पक्के आशियाने जल्दी ही मिल सकेंगे। पहले चरण में यहां के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत स्वीकृत 10 मकानों का निर्माण कार्य सोमवार को प्रारंभ हुआ। सभी मकानों का निर्माण सरकार के नॉर्म्स के अनुरूप किया जा रहा है। प्रत्येक मकान के लिए केंद्र सरकार द्वारा डेढ़ लाख स्वीकृत किए गए हैं। इसमें शौचालय भी बनाया जाएगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों से चकगर्बी शिफ्ट किए गए परिवारों के लिए सभी आधारभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। इसी श्रंखला में इन्हें इनके लिए आवास भी स्वीकृत करवाएं गए हैं। पहले चरण के 10 मकानों का कार्य शुरू हुआ। नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन करवाया और पहली ईंट रखकर कार्य शुरू करवाया।
लाभार्थी रणजीत ने जिला कलेक्टर और प्रशासन की इस पहल पर आभार जताया और कहा कि जिला कलेक्टर के प्रयासों से उनके जीवन में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। उन्हें सम्मानजनक जीवन यापन का अधिकार मिला है। लगभग ढाई दशक से उनका जीवन बेहद कष्टमय था। श्रीगंगानगर रोड की झुग्गियों में रहना प्रतिपल किसी चुनौती से कम नहीं था। उसने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा च कगरबी में पानी, बिजली, सड़क और सामुदायिक शौचालय जैसी समस्त आधारभूत सुविधाएं मुहैया करवाई गई। वहीं यहां सरकारी स्कूल भी स्वीकृत करवा दिया गया है, जिससे बच्चों को अच्छी तालीम मिल पाएगी। यहां बनाया गया सामुदायिक भवन उनके सामाजिक गतिविधियों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
उल्लेखनीय है कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले 800 परिवारों को जिला कलेक्टर की पहल पर यहां शिफ्ट किया गया और सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई गई। यह पूरे देश में अभिनव मॉडल है। यहां पक्के घर बनने से लोगों का जीवन स्तर और अधिक सुधरेगा।