उत्तर प्रदेश में किसानों को मिल सकती है बड़ी राहत, बिजली बकाए पर ब्याज माफ करने की योजना पर काम कर रही प्रदेश सरकार
उत्तर प्रदेश में जहां गन्ना मूल्य में 25 रुपए की बढ़ोतरी का ऐलान हुआ तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कि किसानों को बिजली बकाया में एकमुश्त समाधान योजना के जरिए ब्याज माफ कर राहत दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार बहुत जल्द ही इस योजना में काम करेगी. रविवार 26 सितंबर को राजधानी लखनऊ में किसानों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसान हितैषी है. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने गन्ना मूल्य बढ़ाते हुए कहा कि अब अगैती गन्ने का मूल्य 325 की जगह अब 350 रुपए, सामान्य का 315 की जगह 340 और रिजेक्टेड वैरायटी का 310 के स्थान पर 335 रुपए होगा.
अपने संबोधन के दौरान योगी आदित्ययनाथ ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि किसानों की मांग पर ही उनकी सरकार ने पराली जलाने के सभी मुकदमे वापस ले लिए. सीएम ने निर्देश दिए कि अधिकारियों की कमेटी बनाकर परीक्षण करें और बताएं कि किसानों को बिजली के क्षेत्र में और क्या राहत दी जा सकती है. अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए प्रयासरत हैं. राज्य की 119 चीनी मिलों को चलाकर इथेनॉल से जोड़ना है ताकि किसानों की आय और बढ़ सके. गौरक्षा अभियान के तहत गौशाला तो बनाई ही गई हैं. एक गाय का पालन करने वालों को भी सरकार 900 रुपए प्रतिमाह दे रही है.
किसान सम्मेलन में किसानों से बातचीत के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार में चीनी मिलें बंद नहीं हुईं, बल्कि बंद पड़ी चीनी मिलों को चलाने का काम किया. 2017 में 8 वर्षों से गन्ने का भुगतान बकाया था. पिछली सरकारों में गन्ने का भुगतान नहीं हुआ था, जिससे किसान परेशान था. चीनी मिलें बंद हो रही थीं. इच्छाशक्ति वाली भाजपा सरकार ने टीमवर्क के साथ काम किया. चीनी मिलों को चालू कराने का काम किया. जब किसान आत्महत्या कर रहा था, तब सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग कहां थे? पिछली सरकारें किसानों के पेट पर लात मार रही थीं.