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किसानों ने किया कृषि वैज्ञानिकों का सम्मान

लखनऊ: कृषि परिदृश्य तेज़ी से बदल रहा है आज किसान सीधे वैज्ञानिको तक पहुच रहा है  संभवता: प्रदेश में पहली बार किसानों के समुदाय आधारित संस्था नें वैज्ञानिकों को पुरुस्कृत करने का निर्णय लिया है. अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति जिसका मुख्यालय नबिपनाह, मलीहाबाद में लगभग 500 किसान परिवारों से प्रत्यक्ष रूप से जुडी है. समिति ने 2018 में आम बागवानों को ज्यादा लाभ दिलाने के लिए FARMERSFIRST परियोजना से जुड़ कर हैदराबाद की NEML कंपनी से संपर्क कर 80 रूपए प्रति किलो की दर से आम बेचा. उत्तर प्रदेश मंदी परिषद् नें इन किसानो की यात्रा का खर्च वहां किया समिति ने NHFRD के सहयोग से खरीफ प्याज़ को मलिबाद में पर्दर्शित किया तथा उच्च गुणवत्ता युक्त उपज प्राप्त की. समिति को हैदराबाद में LetsListentoFarmersनामक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया जहाँ केन्द्रीय कृषि मंत्री नें पदाधिकारियों को समानित किया. समिति को ASM उद्यान रत्न अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है.

लखनऊ के मलिहाबाद में किसानो की आय दोगुनी करने में प्रयासरत किसानो की समुदाय आधारित संस्थान –अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति ने किसान–वैज्ञानिक संवाद का आयोजन मंगलवार को रहमानखेड़ा स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के सभगार में किया जिसमे 200 से ज्यादा आम बागवानों ने हिस्सा लिया. इस अवसर पर बोलते हुए समिति के सचिव उपेंद्र सिंह ने कहा की यह शायद प्रदेश में पहला अवसर है कि मलिहाबाद के किसान मिल कर उन वैज्ञानिको को परुष्कृत कर रहे है जिन्होंने किसानो के साथ सीधे जुड़ कर उनकी आय कई गुना बढ़ा दी .

सीआईएसएच के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र राजन को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. राघवेंद्र प्रताप सिंह (निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, उत्तर प्रदेश लखनऊ) ने सीआईएसएच के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र राजन को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाज़ा साथ ही किसानो के मध्य कृषि तकनीकों के माध्यम से  सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए डॉ. राम अवध राम,  डॉ. मनीष मिश्रा, डॉ. श्याम राज  सिंह,  डॉ. प्रभात कुमार शुक्ल, डॉ. अनिल कुमार वर्मा,  डॉ. गुंडप्पा एवं डॉ. पवन सिंह गुर्जर को सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानकि अवार्ड भी दिया.

समिति के अध्यक्ष रघुबीर सिंह ने बताया की संस्थांन द्वारा प्रायोजित फार्मर फर्स्ट परियोजना में उक्त वैज्ञानिको ने चार गाँव के 1100 किसानो के बीच जा कर उनकी समस्याओ को समझा और नयी कृषि तकनीक का प्रदर्शन कर उनकी आजीविका को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इन वैज्ञानिको के इस अभूतपूर्व कार्यो को देखते हुए मलिहाबाद के किसानो ने इन वैज्ञानिको को सम्मानित करने का निर्णय लिया. समिति द्वारा डॉ. राघवेंद्र प्रताप सिंह, निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, उत्तर प्रदेश लखनऊ को उद्यान को बढ़ावा देने के क्रम में विशेष प्राप्ति अवार्ड से सम्मानित किया. इस कार्यक्रम में मलिहाबाद के प्रबुद्ध किसान जैसे विजय  सिंह, राज कुमार सिंह, राम किशोर मौर्या सहित 200 से ज्यादा किसानो ने भाग लिया.

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