पंजाब में मांगों को लेकर किसानों का रेलवे ट्रैक पर धरना प्रदर्शन, जम्मू की कई ट्रेनें रद्द
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में किसानों का धरना समाप्त हुआ तो पंजाब में किसानों ने कई मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। राज्य में किसानों और मजदूरों ने कर्ज माफी और दूसरी मांगों को लेकर अमृतसर- दिल्ली रेलवे ट्रैक पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रेलवे ट्रैक पर किसानों के धरना प्रदर्शन की वजह से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। सबसे अधिक असर जम्मू से आने- जाने वाली ट्रेनों पर पड़ा है।
प्रदर्शन की वजह से 40 से ज्यादा ट्रेनें रद्द
इस प्रदर्शन की वजह से फिरोजपुर डिवीजन से चलने वाली तकरीब 40 से अधिक ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। रेल डिवीजन फिरोजपुर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रेल रोको आंदोलन के चलते 40 के करीब एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया गया है। साथ कई दूसरी ट्रेनों को दूसरे स्टेशनों पर ही रोक दिया गया है। इसके अलावा कई ट्रेनों के रूट भी बदलने पड़े हैं।
वैष्णो देवी दर्शन के लिए गए श्रद्धालु फंसे
रेलवे ट्रैक पर किसानों के इस प्रदर्शन की वजह से यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वैष्णो देवी दर्शन के लिए गए कई श्रद्धालु कटरा स्टेशन पर ही फंसे हुए हैं। वहां से चलने वाली कई ट्रेनों को बीच में ही रोकना पड़ा है। उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल में किसान आंदोलन के कारण 12919 डॉ. अम्बेडकर नगर-श्री माता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस को जालंधर छावनी में शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है वहीं 19223 अहमदाबाद-जम्मू तवी जालंधर सिटी में शॉर्ट टर्मिनेट है।
दिल्ली, मुंबई जाने वाली कई ट्रेनें रद्द
हावड़ा, नई दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, जम्मूतवी, वैष्णो देवी कटरा की ओर से आने व जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने 20 दिसंबर को रोल रोको का आह्वान किया था। किसानों का यह प्रदर्शन अनिश्चितकालीन है। रेलवे भी इस प्रदर्शन को देखते हुए सतर्क हो गया है। ट्रेनों को बीच में रोके जाने की बजाय स्टेशनों पर रोकने के लिए कहा गया है जिससे यात्रियों को खाने पीने की दिक्कत न हो।
अनिश्चितकालीन प्रदर्शन का ऐलान
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि प्रदेश के नेताओं के साथ पिछले दिनों इसी मसले पर बैठक हुई। बैठक में हर मसले के समाधान का आश्वासन दिया गया लेकिन सरकार वादे से मुकर गई। सरकार के मुकरने के बाद ही रेल ट्रैक पर प्रदर्शन की शुरुआत हुई है और इसके लिए पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है।