- हर तरफ लगी है किसानों की लाइनें, सहकारी समितियों पर बढ़ी भीड़
बाराबंकी (उमेश यादव/राम सरन मौर्या) : जिले में यूरिया खाद की शार्टेज से किसान हलकान है।एक बोरी खाद के लिये किसान सहकारी समितियों पर दिन भर लाइनों में खड़े नजर आ रहे है।इस बीच समितियों पर शोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद न मिल पाने से धान की फसल पर भी असर देखने को मिल सकता है।
विकास खंड देवा की साधन सहकारी समिति कैथी सरैया में गुरुवार को सैकड़ो की संख्या में किसानों की भीड़ लगी रही।भीड़ इकट्ठा हो जाने से शोशल डिस्टेंसिंग तार तार नजर आई।
दूर दराज गांवो से आये सैकडों किसान सुबह से ही समितियों पर एक बोरी खाद के लिये भटकते नजर आए।किसानों ने बताया कि कई दिनों से चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें एक बोरी यूरिया खाद अभी तक नही मिल पायी है।
सचिव,साधन सहकारी समिति कैथी सरैया,देवा बाराबंकी
समिति के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि 400 बोरी यूरिया खाद ही मिल पाई है।आधार कार्ड के साथ अन्य जरूरी इनफार्मेशन को अपडेट करने के बाद किसानों को खाद वितरित की जा रही है।समिति पर खाद डिमांड के सापेक्ष नही मिल पाने के कारण भीड़ नजर आ रही है।दूसरा कारण यह भी है कि प्राइवेट दुकानदारों को भी यूरिया खाद नहीं मिल पाई है जिससे किसानों की भीड़ समितियों पर अधिक बढ़ गयी है।प्रयास किया जा रहा है कि शोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी किसानों को जरूरत भर की खाद मुहैया कराई जाए।समिति पर निर्धारित रेट 266.50 रुपये में ही यूरिया खाद दी जा रही है।
वहीं दूसरी ओर मसौली विकास खंड क्षेत्र की समितियों का हाल भी कुछ ऐसा है नजर आया।धान की फसल के लिए जगह-जगह सोसाइटी एवं सहकारी समितियों में यूरिया खाद को लेकर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। किसान यूरिया के लिए प्राइवेट दुकानों सहित सहकारी समितियों के चक्कर लगाकर के बेहद परेशान हैं।मांग के अनुरूप कम मात्रा में समितियों पर खाद पहुँचने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है।किसानों के लिए हमसफ़र कही जाने वाली आधा दर्जन साधन सहकारी समितियों में से तीन साधन सहकारी समितियां सफदरगंज, प्यारेपुर सरैंया व लक्षवर बजहा की सेवाएं बहुत खराब बतायी जा रही है।
वही साधन सहकारी समिति बड़ागांव, मसौली, भयारा संचालित तो है परन्तु पर्याप्त यूरिया खाद न मिल पाने के कारण समितियां अपने सदस्यों को ही खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही है। जबकि साधन सहकारी समितियां अपने सदस्यों को ऋण पर खाद किसानों को उपलब्ध कराती है परन्तु खाद की किल्लत के कारण किसानों को उधारी छोड़ नकद खाद नहीं दे पा रही हैं। किसानों को नकद भुगतान पर खाद उपलब्ध कराने के लिए दो सहकारी संघ बडागांव व सफदरगंज संचालित है। जिसमें सफदरगंज सचिव के अभाव में दो वर्षों से बन्द है।
साधन सहकारी समिति बड़ागाँव, मसौली, भयारा एवं सहकारी संघ बड़ागांव में यूरिया खाद आने की भनक जैसे ही किसानों को लगी आज सुबह से ही सोसाइटी में किसानों की लंबी-लंबी कतारें लगना शुरू हो गई। कस्बा सफदरगंज स्थित स्टाकिस्ट सेन्टर पर आयी 200 बोरी यूरिया खाद को लेने के लिए किसानों की भीड़ सुबह से ही सेन्टर पर जुट गयी। खाद न मिलने के कारण किसानों में आक्रोश नजर आ रहा है। साधन सहकारी समिति मसौली के सचिव सुनील कुमार ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में खाद नही मिल पाई है जितनी खाद समिति को मिली है उसको किसानों में वितरित कर दी गयी है।