जयपुर बस हादसे में परिजनों के सामने ही झुलसकर मर गए पिता-पुत्री, हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से लगी थी आग

नई दिल्ली: राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को एक बस में आग लगने से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के रहने वाले पिता और पुत्री की अपने परिजनों के सामने ही झुलसकर मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के शेरपुर कलां गांव निवासी नसीम मियां (50) और उनकी बेटी सनम (20) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि नसीम पिछले तीन साल से जयपुर के मनोहरपुर स्थित एक ईंट भट्टे पर मजदूरी करता था।
राजस्थान पुलिस के अनुसार, जयपुर जिले के मनोहरपुर इलाके में मंगलवार को निजी स्लीपर बस में बिजली के तार के संपर्क में आने के बाद आग लग गई। अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि 10 अन्य लोग झुलस गए। उन्होंने बताया कि बस में 50 से ज्यादा मजदूर सवार थे। पीलीभीत जिले के पूरनपुर थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार ने शेरपुर कलां के निवासियों के हवाले से बताया कि नसीम का पिछले तीन साल से राजस्थान आना-जाना था।
पुलिस के अनुसार, शेरपुर कलां और आसपास के गांवों सहित क्षेत्र के दर्जनों लोग पिछले तीन साल से राजस्थान के जयपुर क्षेत्र में मजदूरी कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि नसीम मियां, उसकी पत्नी नजमा, बेटे राजा व फैजान, बेटियां सनम व सेहरुन भी उसी बस में सवार थे। पुलिस के मुताबिक, मृतक के गांव के ही रहने वाले नूर मोहम्मद और रहीस का परिवार भी बस में सवार था। एक अधिकारी ने बताया कि ये सभी सोमवार शाम को इस बस में सवार हुए थे और मंगलवार को वहां हादसे का शिकार हो गये।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से 50 से ज्यादा मजदूर बस में सवार थे, जो मनोहरपुर के एक ईंट के भट्टे पर काम करने के लिए जा रहे थे। जयपुर के अपर पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह के अनुसार, मनोहरपुर के एक गांव के पास कच्चे रास्ते से गुजरते समय बस की छत पर रखा सामान हाईटेंशन लाइन को छू गया, जिसके बाद बस में आग लग गई। उन्होंने बताया कि बस में रसोई गैस के सिलेंडर भी रखे हुए थे।



