दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली: भारत ने 2015 की पहली छमाही में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने के लिहाज से चीन और अमेरिका को पछाड़ दिया। पहली छमाही में भारत को 31 अरब डॉलर का विदेशी निवेश मिला। इस रिपोर्ट के अनुसार 2015 की पहली छमाही में भारत को 31 अरब डॉलर का एफडीआई मिला। लंदन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अखबार के मुताबिक, साल 2015 की पहली छमाही में भारत में 31 अरब डॉलर का निवेश आया, जबकि चीन में यह आंकड़ा 28 बिलियन डॉलर और अमेरिका में 27 बिलियन डॉलर रहा। अखबार ने ‘इंडिया ग्रैब्स इन्वेस्टमेंट लीग पोल पोजिशन’ नाम से यह रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 में भारत में FDI 47 फीसदी (24 बिलियन) बढ़ा। यह बढ़त इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि दुनिया के बाकी देशों में FDI फ्लो कम हुआ है। अखबार ने लिखा है कि आने वाला वक्त भारत में FDI के लिहाज से और भी बेहतर होगा। पिछले साल की तुलना में भारत में इस साल FDI 30 बिलियन ज्यादा आया है। पिछले साल यानी 2014 में इसी दौरान यह आंकड़ा 12 बिलियन डॉलर था। भारत ने चीन से तीन और अमेरिका से चार बिलियन डॉलर ज्यादा FDI हासिल किया है।
यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में आई है, जब भारत का फॉरेन इन्वेस्टमेंट बोर्ड विदेशों से आने वाले इन्वेस्टमेंट प्रपोजल्स में से 18 को मंजूरी दे चुका है। यह प्रपोजल करीब पांच हजार करोड़ रुपये के हैं। पीएम मोदी ने भी अपने हालिया अमेरिकी दौरे में दुनिया की टॉप कंपनियों के सीईओ से मुलाकात कर उन्हें भारत में इन्वेस्टमेंट का ऑफर दिया था। मोदी की यह कोशिश इसलिए भी खास है क्योंकि दुनिया की टॉप कंपनीज चीन से पीछा छुड़ाना चाहती हैं। वैसे भी भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी है। पिछले दिनों जब दुनिया पर एक और आर्थिक मंदी का खतरा मंडराने लगा था, तब भी भारत की इकोनॉमी मजबूती से खड़ी थी।