मध्य प्रदेशराज्य

खुद को पुरुष समझने वाली महिला आरक्षक को मिली सेक्स चेंज की इजाजत, लेडी कांस्टेबल अब बनेगी ‘पुलिसवाला’

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में एक अनोखा मामला सामने आया है। एमपी सरकार की अनुमति मिलने के बाद एक महिला पुलिस आरक्षक (कांस्टेबल) का सालों पुराना सपना सच होने वाला है। पिछले कई सालों से अनुमति की गुहार लगा रही महिला पुलिस आरक्षक को उसकी मांग के अनुरूप (सेक्स चेंज) लिंग परिवर्तन कराने की अनुमति आखिरकार मिल ही गई है।

वार्ता रिपोर्ट के अनुसार, एमपी गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि महिला कांस्टेबल ने सेक्स चेंज करने का एक प्राथना पत्र विभाग में सौंपा था। इस मामले में विभाग ने विधि विभाग से भी सलाह ली थी।

सेक्स चेंज से जुड़े इस मामले में प्राप्त सुझावों के बाद महिला पुलिस आरक्षक लिंग परिवर्तन कराने की अनुमति पुलिस मुख्यालय से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर प्रदान कर दी। महिला रतलाम जिला पुलिस बल में आरक्षक के तौर पर तैनात है।

जानकारी के अनुसार, महिला पुलिस आरक्षक बचपन से ही ”जेंडर आडेंटिटी डिसऑर्डर ” से पीड़ित है। महिला की इस डिसऑर्डर की पुष्टि मनोचिकत्सिकों की जांच में भी हो चुकी है। मनोचिकत्सिकों ने उसे जेंडर परिवर्तन (लिंग परिवर्तन) की सलाह भी दी।

इसके बाद महिला आरक्षक ने विधिवत तरीके से इस संबंध में विभाग को आवेदन दिया। हालांकि, सेक्स चेंज करने के बाद महिला को विभाग में कोई खास फायदा नहीं होगा। गृह विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि महिला को लिंग परिवर्तन के बाद यानी पुरुष बनने के बाद महिला कर्मचारी के रूप में मिलने प्राप्त होने वाली सुविधाओं और लाभों की पात्रता नहीं रहेगी।

मालूम हो कि इसके पहले एमपी में ही साल 2021 में निवाड़ी जिले में तैनात एक महिला आरक्षक को भी लिंग परिवर्तन कराने की अनुमति प्रदान की थी।

Related Articles

Back to top button