महिला क्रिकेटर ने पूर्व चयनकर्ता पर लगाया बड़ा आरोप: जबरन गले लगाते, पीरियड्स डेट पूछी, कहा- जब खत्म हो जाए तो बताना…

नई दिल्ली: बांग्लादेश महिला क्रिकेट में एक बार फिर बवाल मचा है। टीम की अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ जहानारा आलम ने लंबे मौन के बाद कुछ ऐसे खुलासे किए हैं, जिन्होंने पूरे बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को हिला कर रख दिया है। जहानारा का दावा है कि उन्हें वर्षों से टीम मैनेजमेंट के कुछ सदस्यों द्वारा लगातार अपमान, अनुचित प्रस्ताव और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।
मानसिक संघर्ष के बीच चुप्पी तोड़ी
मानसिक स्वास्थ्य कारणों से क्रिकेट से ब्रेक ले चुकीं जहानारा ने पहली बार सार्वजनिक रूप से कहा कि 2022 महिला विश्व कप के दौरान उन्हें टीम के एक अधिकारी द्वारा अश्लील प्रस्ताव मिला था। उनका आरोप है कि पूर्व चयनकर्ता और टीम मैनेजर मंजुरुल इस्लाम ने उन्हें आगे बढ़ने का मौका देने के बदले ‘निजी एहसान’ मांगने की कोशिश की।
जहानारा ने कहा, “हम खिलाड़ी हैं, हमारी पहचान हमारे खेल से होती है। लेकिन जब अपने ही संस्थान के लोग आपको असुरक्षित महसूस कराएं, तो बोलना मुश्किल हो जाता है। कई बार चाहकर भी हम विरोध नहीं कर पाते क्योंकि करियर दांव पर होता है।”
वरिष्ठ अधिकारी और दिवंगत तौहीद महमूद का भी नाम
तेज़ गेंदबाज़ ने एक और बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि दिवंगत तौहीद महमूद, जो BCB से जुड़े थे, ने भी उनके प्रति अनुचित व्यवहार किया। जहानारा का कहना है कि तौहीद ने BCB कर्मचारी सरफराज बाबू के ज़रिए उन्हें प्रस्ताव भिजवाया था। उनके मुताबिक, “जब मैंने ऐसे प्रस्तावों को नकारा, तो उसी वक्त से मेरे साथ दुर्व्यवहार शुरू हो गया। मुझे नीचा दिखाया गया, अपशब्द कहे गए, और टीम के भीतर मेरा माहौल बिगाड़ा गया।”
कंधे पर हाथ, कान के पास बातें — जहानारा का सनसनीखेज़ बयान
जहानारा ने न्यूजीलैंड में हुए विश्व कप के दौरान की घटना का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि अभ्यास सत्र के दौरान मंजुरुल इस्लाम ने उन्हें अनुचित तरीके से छूने की कोशिश की। वह अक्सर खिलाड़ियों को अपनी ओर खींचते थे, गले लगाते समय ज़रूरत से ज़्यादा करीब आने की कोशिश करते थे। हम सब उनसे दूर रहने की कोशिश करते थे, यहां तक कि मैच के बाद हैंडशेक में भी। सबसे हैरान करने वाला उनका बयान तब आया, जब उन्होंने खुलासा किया कि मंजुरुल ने उनसे उनके पीरियड्स को लेकर आपत्तिजनक सवाल किए और टिप्पणी की। उन्होंने कहा था, ‘जब खत्म हो जाए तो मुझे बताना।’ मैं हैरान रह गई कि एक चयनकर्ता को ऐसी जानकारी की ज़रूरत क्यों थी।
आरोपों से इनकार, BCB जांच पर विचार में
दूसरी ओर, मंजुरुल इस्लाम और सरफराज बाबू ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। मंजुरुल ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं साफ़ कहना चाहता हूं कि इन आरोपों का कोई आधार नहीं है। अगर किसी को शक है, तो बाकी खिलाड़ियों से पूछ सकते हैं।” हालांकि, मामला अब BCB के उच्च अधिकारियों तक पहुँच चुका है। बोर्ड के उपाध्यक्ष शखावत हुसैन ने कहा कि शिकायतें बेहद गंभीर हैं, और यदि ज़रूरत पड़ी तो औपचारिक जांच शुरू की जाएगी।
जहानारा की अपील – दूसरी लड़कियां डरें नहीं
जहानारा ने अपनी बात यह कहते हुए खत्म की कि उन्होंने ये सब इसलिए साझा किया ताकि भविष्य में कोई और खिलाड़ी ऐसी स्थिति में चुप न रहे। मैंने बहुत कुछ सहा, लेकिन अब वक्त है सच बोलने का। क्रिकेट का मैदान महिलाओं के लिए सुरक्षित होना चाहिए।



