पाकिस्तानी सेना और तालिबान में सीमा पर भीषण लड़ाई, अफगानिस्तान की ओर से लड़ रहे टीटीपी आतंकी
इस्लामाबाद: कभी जिस तालिबान को पाकिस्तान ने समर्थन दिया था, आज वही उसके लिए मुसीबत बना हुआ है। अफगान तालिबान की ओर से एक बार फिर पाकिस्तानी सीमा पर डूरंड लाइन पर हमला बोला गया। तालिबान और पाकिस्तान मिलिट्री के बीच एक बार फिर संघर्ष देखा जा रहा है। तालिबान की बद्री यूनिट के कमांडर अब्दुल हामिद खोरासानी ने अमज न्यूज को बताया कि तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है। खास बात है कि तालिबान को टीटीपी आतंकियों की ओर से समर्थन मिल रहा है।
दोनों के बीच संघर्ष की रिपोर्ट तब आ रही है, जब कुछ दिनों पहले यह खबर आई थी कि पाकिस्तान ने अफगान सीमा के पास अपने क्षेत्र में एयर स्ट्राइक की है। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि मंगलवार को भोर से पहले उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में अफगान सीमा के पास पाकिस्तानी तालिबान के पूर्व गढ़ में एक घर पर ड्रोन हमला किया गया था। इसमें बच्चों सहित चार ग्रामीण मारे गए। स्थानीय पुलिस प्रमुख हिदायत उल्लाह ने कहा कि हमला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दक्षिणी वजीरिस्तान में हुआ। हमला किसने किया, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
अमेरिका और पाकिस्तान ने आतंकवाद विरोधी वार्ता के अपने नवीनतम दौर का समापन किया। इसमें टीटीपी आतंकियों और इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में सहयोग तेज करने पर सहमति जताई। अमेरिका और पाकिस्तान ने सोमवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि अमेरिका की ओर से आयोजित 10 मई की द्विपक्षीय वार्ता क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर चुनौतियों से निपटने पर केंद्रित थी। मीटिंग ऐसे समय पर की गई जब पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं में वृद्धि हुई है।
पाकिस्तान में आतंकी हमलों की ज्यादातर जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने ली है। पाकिस्तान आरोप लगा चुका है कि इसे अफगानिस्तान में शरण मिली हुई है। तालिबान कई बार इन आरोपों को सिरे से खारिज कर चुका है। हाल ही में चीनी इंजीनियरों पर हुए आतंकी हमले को लेकर भी पाकिस्तान ने कहा था कि हमले की प्लानिंग अफगानिस्तान में की गई थी। इसके अलावा पाकिस्तान का यह भी दावा था कि आत्मघाती हमला करने वाला एक अफगान नागरिक था।