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कानपुर में फाइनेंस कंपनी मालिक की चाकूओं से गोद कर हत्या

कानपुर: कानपुर से फाइनेंस कंपनी के एक मालिक की हत्या का सनसनीख्रेज मामला सामने आया है। घटना कानपुर शहर के गोविद नगर इलाके की है। मरने वाले की पहचान जय गोपाल पुरी के रूप में की गई है।

जानकारी के अनुसार दबौली के 63 वर्षीय जय गोपाल का गोविंद नगर की लेबर कॉलोनी में मनी फाइनेंस के नाम से दफ्तर है। उनके साथ ही बर्रा 7 की रहने वाली रत्ना शुक्ला बतौर असिस्टेंट काम करती हैं। रत्ना शुक्ला ने बताया कि सोमवार की शाम दो युवक मनी फाइनेंस के ऑफिस पहुंचे। दोनों ने एक लोडर फाइनेंस कराने की बात कही। जिस पर जय गोपाल ने तुरंत फाइनेंस नहीं होने की बात कही। उन्होंने कागजात सहित अन्य बैंक संबंधी जानकारी देते हुए फाइनेंस किए जाने की प्रक्रिया को युवकों को समझाया।

दोनों युवकों ने 70 हजार रुपए तुरंत देने की बात कहकर लोडर के लिए फाइनल किए जाने का दबाव बनाया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। जिस पर एक युवक ने चाकू निकालकर जय गोपाल के ऊपर हमला कर दिया। युवक ने जय गोपाल के सीने और गर्दन पर चाकू से ताबड़तोड़ कई वार किए। जय गोपाल को बचाने के लिए रत्ना जैसे ही दौड़ी। दूसरे बदमाश ने रत्ना को दबोच लिया। बदमाशों ने उन्हें जमीन पर पटक कर उनके ऊपर भी चाकू से कई वार किए और ऑफिस से भाग गए। ऑफिस में चीख पुकार सुनकर पड़ोसी दौड़े।

उन्होंने खून से लथपथ जय गोपाल को पास के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें हैलट रेफर कर दिया। हैलट पहुंचने पर डॉक्टरों ने जय गोपाल को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर सीओ गोविंदनगर, गोविंद नगर थाना प्रभारी अनुराग मिश्र, फॉरेंसिक टीम जांच करने पहुंची।
एसपी साउथ दीपक भुकर ने कहा कि जय गोपाल पुरी और उनकी एक महिला सहकर्मी सोमवार को अपने दफ्तर में बैठे थे, उसी वक्त कुछ अज्ञात लोग हाथों में हथियार लेकर वहां पहुंचे और उन पर हमला कर दिया जिसमें पुरी बेहोश हो गए। महिला सहकर्मी ने आवाज लगाई और पुलिस को जानकारी दी। जय गोपाल पुरी को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

पुलिस की फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा कर महत्वपूर्ण सबूत जुटाए। पुलिस को आशंका है कि किसी वित्तीय मामले में दो पक्षों मे हुए विवाद के बाद ये घटना हुई है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान लांच किया है। पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी को भी खंगालना शुरू कर दिया है।

लगातार बढ़ रही वारदातों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट देव राम तिवारी को हटा दिया है और उनकी जगह आलोक तिवारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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