वित्त मंत्री की घोषणा, पांच साल के लिए बढ़ा गरीब कल्याण योजना
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार बजट पेश कर रही हैं। जिससे उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उन्होंने बजट पेश करने के दौरान कहा कि मोदी सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। साथ ही भारत में महंगाई दर लगातार कम हो रही है।
उन्होंने कहा कि मोदी 3.o का यह बजट गरीब, महिला, युवा और अन्नदाताओं को फोकस में रख कर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि ”वैश्विक चुनौतियों के बाद भी भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है, मुद्रास्फीति लगातार नीचे बनी हुई है और चार प्रतिशत के लक्ष्य की ओर बढ़ रही।”
गरीब कल्याण योजना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीब कल्याण योजना को आगे बढ़ाने की ‘हमने पीएम गरीब कल्याण योजना को 5 साल के लिए बढ़ाया। इससे 80 करोड़ से अधिक गरीबों को लाभ हो रहा। रोजगार, कौशल प्रशिक्षण के लिए पीएम की पांच योजनाओं के पैकेज की घोषणा। इससे पांच साल में 4 करोड़ 10 लाख युवाओं को लाभ होगा। इन योजनाओं पर दो लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। अंतरिम बजट में हमने विकसित भारत को रोडमैप को देने का वादा किया था।’
क्या है गरीब कल्याण योजना
बता दें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएम-जीकेएवाई) के माध्य्म से प्रवासियों और गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न की आपूर्ति की जाती है।इस योजना के तहत केंद्र गरीबों को हर महीने 5 किलो मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराता है। यह सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत आने वाले परिवारों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत दिए जाने वाले सब्सिडी वाले (2-3 रुपये प्रति किलोग्राम) राशन के अतिरिक्त है।
किसे मिलता है लाभ
बता दें कि इस योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे के सभी परिवार, अंत्योदय अन्न योजना वाले परिवार, प्राथमिकता वाले परिवार, विधवा, अंतिम रूप से बीमार व्यक्ति, विकलांग व्यक्ति, 60 वर्ष या उससे, अधिक आयु के व्यक्ति, एकल महिला या एकल पुरुष, सभी आदिम आदिवासी परिवार, भूमिहीन खेतिहर मजदूर, सीमांत किसान, ग्रामीण कारीगर/शिल्पकार, अनौपचारिक क्षेत्र के व्यक्ति, सभी एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति जो गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को दिया जाता है।