व्यापार

इकोनॉमी पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बोली- 9 साल में सबसे तेजी से बढ़ी भारतीय अर्थव्यवस्था

नई दिल्ली: संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव का तीसरा और लास्ट दिन है. इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी भारत की इकोनॉमी पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने लोकसभा में कहा कि भारत की इकोनॉमी 9 साल में सबसे तेजी से बढ़ी है. उन्होंने मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड सामने रखते हुए कांग्रेस की पिछली सरकारों पर निशाना साधा, कई बार तंज कसा और फर्क बताया. विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष सपने दिखाता है लेकिन हम सपनों को साकार करते हैं. जिसका असर है कि इकोनॉमी इतनी तेजी से बढ़ी है.

निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि हम 6 दशक से सुनते थे गरीबी हटाओ. हटाया गया क्या? नहीं. अभी हम देख रहे हैं कि गरीबी में कमी आई है. यूपीए सरकार एक पोस्टडेटेड चेक देते थे. लेकिन मोदी सरकार ऐसा नहीं कर रही है. ये बदलाव कैसे हुआ. ये बदलाव हमारी प्रशासन में बदलाव के जरिए हुआ. बनेगा, मिलेगा ये सब हो गया. अब जनता क्या उपयोग कर रही है, बन गए, मिल गए और आ गए. यही शब्दावली हो गई.

वित्त मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आप (विपक्ष) जनता को सपने दिखाते हैं, हम सपने साकार करते हैं. UPA के समय बिजली आएगी, अभी आ गई, गैस कनेक्शन मिलेगा, अभी मिल गया, वाटर कनेक्शन मिलेगा, अभी मिल गया. पीएम आवास का घर बनेगा, अभी पीएम आवाज का घर बन गया. टॉयलेट बन गया, अब टॉयलेट बन गया. गांव में सड़क बनेगा, गांव में सड़क बन गया, हाइवे बनेगा, अब बन गया. पुल बनेगा कहते थे अब बन गया. एयरपोर्ट बनेगा कहते थे अब बन गया, बैंक अकाउंट खुलेगा कहते थे, अब खुल गया.

वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था की बात करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में आर्थिक क्षेत्र में संकट का समय है. ग्लोबल इकोनॉमी में 2022 में केवल 3 प्रतिशत का ग्रोथ दिखा. वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि 2023 में ग्लोबल ग्रोथ घटकर 2.1 प्रतिशत रहेगी. उन्होंने विकसित देशों का भी उदाहरण दिया और कहा कि यूके मुश्किल दौर से गुजर रहा है. बैंक ऑफ इंग्लैंड लगातार 14 बार ब्याज दर बढ़ा चुका है. आज यह 15 साल में सबसे ज्यादा है. यूरो जोन भी संकट में है.

यूरोपियन सेंट्रल बैंक भी लगातार 9 बार रेट बढ़ा चुका है. यह 23 साल में सबसे ऊपर है. यूरोप की सबसे बड़ी इकोनॉमी जर्मनी भी संकट में है. IMF के मुताबिक, जर्मनी में इकोनॉमी 0.3 प्रतिशत तक 2023 में गिर सकती है. चीन, यूरो जोन, यूके और अमेरिका में खलबली के मद्देनजर भारत अर्थव्यवस्था के हालात को समझना चाहिए. 2013 में मॉर्गन स्टैनली ने दुनिया की 5 नाजुक इकोनॉमी में भारत को रखा था. उसी एजेंसी ने आज भारत को बड़ी रेटिंग दी है. 9 साल में नाजुक अर्थव्यवस्था को आर्थिक सुधार के चलते हम तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाए हैं. 2022-23 में भारत की GDP ग्रोथ 7.2 प्रतिशत रही. यह आगे 6.5 प्रतिशत होने का अनुमान है.

Related Articles

Back to top button