ठेकेदार के विरूद्व एफआईआर दर्ज कराकर रिकवरी करायी जायें: मण्डलायुक्त
लखनऊः मण्डलायुक्त मुकेश कुमार मेश्राम ने आज निर्यात भवन कैण्ट रोड, लालबाग, लखनऊ में स्थिापित जिला उद्योग केन्द्र, संयुक्त आयुक्त उद्योग, एक्सपोर्ट प्रमोशन ब्यूरो एवं जैम सेल का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के समय ज़िला उद्योग केंद्र कार्यालय में स्थापित हेल्प डेस्क में कोई कर्मचारी बैठा हुआ नहीं मिला, जिसके लिए मण्डलायुक्त निर्देश दिये कि हेल्प डेस्क पर एक कर्मचारी की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराई जाये ।
संयुक्त आयुक्त उद्योग के कार्यालय में एक छोटे से चैम्बर में एक टेबल पर 8-10 व्यक्ति सटकर बैठे मिले, जिसके लिए मण्डलायुक्त ने सभी कर्मचारियों को फटकार लगाई तथा इनमें दो कर्मचारी बिना मास्क लगाये कार्य करते हुए मिले। दोनों कर्मचारियों को चेतावनी दी गयी यदि पुनः बिना मास्क के मिलें तो इनके विरूद्व 500-500 रूपये का जुर्माना किया जाये।
कार्यालय मुखिया द्वारा रोज़ एक बार इसकी चेकिंग हो तथा निर्देश दिये गये कि कार्यालयों में सभी कर्मचारी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करे, जो कर्मचारी बिना मास्क अपने चैम्बर में बैठा हुआ मिलता है या सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन नहीं किया जाता है।
ऐसे कर्मचारी को चिन्हित कर उनको चेतावनी पत्र जारी किया जाये और यदि भविष्य में उस कर्मचारी द्वारा दोबारा उसकी पुनरावृत्ति की जाती है, तो उसके विरूद्व विभागीय कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में कर्मचारियों के बैठने के लिए सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन कराते हुए सिटिंग प्लान की व्यवस्था की जाये।
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ज़िला उद्योग केंद्र कार्यालय में प्रवेश करते ही शौचालय बने हुए हैं, जिनमें साफ-सफाई नहीं पायी गयी, इसके लिए मण्डलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिये कि कार्यालय परिसर में साफ-सफाई का उचित प्रबन्ध की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये तथा कर्मचारियों को बैठने हेतु सोशल डिस्टेसिंग के अनुसार व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये।
निरीक्षण के समय अवगत कराया गया कि 50 प्रतिशत कर्मचारियों को रोस्टर के अनुसार बुलाया जा रहा है कुछ कर्मचारी कार्यालय विलम्ब से आये, जिनको चेतावनी पत्र जारी किये जाने के निर्देश दिये गये।
निरीक्षण में अवगत कराया गया कि उपायुक्त उद्योग कार्यालय के खस्ताहाल भवन के जीर्णोधार का कार्य यू.पी.एस.आई.सी. द्वारा किया जा रहा है, जिसके निर्माण में प्रयोग की जा रही सामग्री मानक के अनुरूप नहीं प्रयोग की गयी है तथा कार्य आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है, जिसका डिफेक्ट लायबिलीटी पीरियड अभी बाकी है, जिसके लिए निर्देश दिये गये कि कार्यदायी संस्था इसे पूरा कराये वरना घटिया और अधूरे काम के लिए सम्बन्धित ठेकेदार के विरूद्व एफआईआर दर्ज कराकर रिकवरी करायी जायें।
जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय के निरीक्षण में रक्खी हुयी आलमारियों में जंग लगी थी तथा फर्नीचर काफी गन्दा तथा फाइलों का रख-रखाव सही ढंग से नहीं था, जिसके लिए निर्देश दिये गये कि फर्नीचर व अलमारियों के रंग-रोगन कार्य कराकर फाइलों को सुरक्षित व व्यवस्थित ढंग से रखा जाये तथा स्थापित कोविड हेल्प डेस्क के पीछे एक बैनर कोविड-19 का लगवाने के निर्देश दिये गये।
निर्यात भवन के पीछे कैम्पस में भारी मात्रा में मलबा पड़ा हुआ है, जिसको हटवाकर उसमें वृक्षारोपण कराया जाये तथा बिल्डिंग के आगे कैम्पस में घास-पतवार को कटवाकर उसमें भी वृक्षारोपण कराया जाये तथा उसको कवर करने के लिए लोहे की ग्रिले लगवाई जायें तथा निरीक्षण के समय यह भी अवगत कराया गया कि भवन में बाहरी व्यक्तियों का जमावाड़ा अधिक रहता है।
जिसके लिए निर्देशित किया गया कि मेन गेट बन्द करवाकर कर्मचारियों के आने-जाने के लिए छोटे गेट का प्रयोग किया जाये तथा एक बोर्ड लगवा दिया जाये कि अधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश ही अनुमन्य है, जिससे कैम्पस सुरक्षित रहे व बाहरी लोगों का भवन के अन्दर जमावाड़ा न लगे। निरीक्षण के दौरान रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का स्ट्रक्चर बना हुआ है, जिसकी साफ-सफाई कराकर क्रियाशील रखने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त उद्योग श्री पवन अग्रवाल, जिला उद्योग अधिकारी श्री मनोज कुमार सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।