पहले कोरोना ने मारा और अब बुलडोजर ने बर्बाद किया, नोट लिख चाय वाले ने लगाई फांसी
जैसीनगर: देश में बुलडोजर वाली राजनीति हावी हो गई है. सत्ता में बैठी भाजपा की ये एक नई पहचान भी है. अब जब तक ये बुलडोजर अपराधियों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा था, जनता तारीफ कर रही थी. मगर, बुलडोजर कार्यवाई अब गरीबों को भी परेशान करने लगी है. ताजा मामला भोपाल का है. यहां एक 55 साल के शख्स ने बुलडोजर कार्यवाई के चलते सुसाइड कर लिया.
जानकारी के मुताबिक, शख्स का नाम कालू राय है. वो मध्य प्रदेश के जैसीनगर में एक चौराहे पर ठेले पर चाय बेचते थे. शनिवार रात को उनका शव उसी जगह पर पेड़ पर लटका मिला जहां वो रोज चाय बेचते थे. शव लटका देख इलाके के लोगों ने पुलिस को सुचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और शख्स को पेड़ से उतार कर तलाशी ली गई. उसकी पैंट की जेब से एक नोट मिला.
नोट में लिखा था- कोरोना में बंद हो गई थी दुकान
कालू राय ने नोट में लिखा था कि वो चाय बेचने का काम करते थे. मगर कोरोना महामारी के दौरान उनका धंधा मंदा पड़ गया और उनकी दुकान बंद हो गई. वो कर्ज में डूबने लगे थे. कुछ समय बाद जब उन्होंने दोबारा दुकान खोलने का सोचा तो अतिक्रमण हटाओ कैंपेन के चलते उनकी दुकान तोड़ दी गई. जिसका सदमा वो नहीं सह सके. आखिरकार, नुकसान देखते हुए उन्होंने मौत को गले लगा लिया और चाय की दुकान की जगह पर ही आत्महत्या कर ली. उन्होंने लिखा कि वो कर्ज के बोझ तले दबने लगे थे उनको कुछ समझ नहीं आ रहा था. सिर्फ एक ही रास्ता दिखा वो ‘आत्महत्या’.
कालू राय को 1 बेटा और 3 बेटियां हैं
55 साल के कालू राय के 4 बच्चे हैं. उनकी 3 बेटियां और 1 बेटा है. बेटा अक्सर उनकी दुकान पर मदद कर दिया करता था. पिता की मौत के बाद से बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. उन्होंने बताया कि पहले उन्हें कोरोना महामारी ने मारा अब बुलडोजर कार्यवाई ने भी उन्हें पीड़ा दी है.