पीजोइलेक्ट्रिक बोन कंडक्शन हियरिंग इम्प्लांट करने वाला पहला सरकारी अस्पताल पुणे में
नई दिल्ली (विवेक ओझा): कमांड अस्पताल पुणे में (दक्षिणी कमान) के कान, नाक और गला (ईएनटी) विभाग ने कान के बाहरी एवं मध्य हिस्सों में जन्मजात गंभीर विसंगतियों की वजह से होने वाली श्रवण हानि से पीड़ित एक 7 वर्षीय बच्चे और एक कान के बहरेपन (एसएसडी) के शिकार एक वयस्क में दो पीजोइलेक्ट्रिक बोन कंडक्शन हियरिंग इम्प्लांट (बीसीआई) लगाकर पीजोइलेक्ट्रिक बोन कंडक्शन हियरिंग इम्प्लांट की खरीद और उसको सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित करने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है।
कमांड अस्पताल (दक्षिणी कमान) का ईएनटी विभाग एएफएमएस का एक नामित न्यूरोटोलॉजी केंद्र है। विभाग कई वर्षों से आश्रित ग्राहकों को प्रत्यारोपण योग्य श्रवण समाधान प्रदान कर रहा है। एक्टिव पीजोइलेक्ट्रिक बोन कंडक्शन हियरिंग इम्प्लांट सिस्टम श्रवण बाधित रोगियों [प्रवाहकीय हानि (ऑरल एट्रेसिया सहित), मिश्रित श्रवण हानि और एक कान का बहरापन] के लिए एक प्रत्यारोपित चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है।
इस उपकरण की लागत हमेशा एक चिंता का विषय रही है, जिससे इसकी पहुंच सीमित हो गई है। कमांड हॉस्पिटल (एससी), पुणे एएफएमएस के प्रमुख संस्थानों में से एक है, जिसकी कमान वर्तमान में मेजर जनरल बी नांबियार के पास है। हाल ही में अस्पताल को पूरे एएफएमएस में सर्वश्रेष्ठ अस्पताल के रूप में सबसे प्रतिष्ठित “रक्षा मंत्री” ट्रॉफी से सम्मानित किया गया है।