नई दिल्ली: कई बार ऐसी घटनाएं होती है जो बेहद देरी से लोगों के सामने आती है। ऐसा ही एक मामला अब नागपुर से सामने आया है, जहां पुरे देश में राजस्थान के उदयपुर के कन्हैया लाल और महाराष्ट्र में अमरावती के उमेश कोल्हे की हत्या सब लोगों के लिए चर्चा का विषय है, वही इन दोनों हत्याओं के पहले नागपुर में जो हुआ है, वह दिल दहला देने वाला है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर…
खौफ में है नागपुर का परिवार
दरअसल नागपुर के एक परिवार को जान से मारने की धमकी देकर उन्हें शहर से भगाया जा चुका था। आपको बता दें कि नागपुर के नंदनवन परिसर में रहने वाले इस परिवार ने अपने घर से 2 सप्ताह से अधिक समय शहर से बाहर भटकते हुए बिताया, और हाल ही में वापिस लौटे हैं, इतना ही नहीं बल्कि अभी भी परिवार भारी डर में जी रहा है। दरअसल हुआ ये कि परिवार के एक युवक ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट की थी जिससे कट्टरपंथी लोग नाराज हो गए, उन्होंने युवक के घर जाकर परिवार सहित सबको धमकाया, जिसके डर की वजह से वह अभी भी नहीं लौटा है और छिपकर रह रहा है।
मिलने लगी जान से मारने की धमकी
मिली जानकारी के अनुसार, परिवार के 22 वर्षीय बेटे ने सोशल मीडिया पर कुछ मैसेज फॉरवर्ड किए थे जिसके बाद उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं। उसके बाद, परिवार ने नंदनवन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की और पोस्ट के लिए इंस्टाग्राम पर माफी भी पोस्ट की। हालांकि, इससे कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि अगले दिन 100-200 लोग उन्हें धमकाने के लिए उनके घर आए। इसके बाद नागपुर का यह परिवार बेहद डरा हुआ है।
युवक को घर लाने से डरता है परिवार
आपको बता दें कि इस 22 वर्षीय लड़के की तस्वीर सोशल मीडिया पर फोटो पर क्रॉस के साथ पोस्ट की गई थी और उस पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था। तब परिवार ने अपनी सुरक्षा के लिए अपना घर छोड़ने का फैसला किया और शहर छोड़ दिया। भले ही पुलिस ने परिवार को सुरक्षा प्रदान की हो, फिर भी वे लड़के को वापस नागपुर लाने से डरते हैं, और खुद डर में जी रहे हैं। देश में हर तरफ महजबी घृणा की वजह से अशांति फ़ैल रही है, कई जगह लोगों की हत्याएं हो रही है, तो कहीं जगह लोगों को धमकियां मिल रही है।