माता वैष्णो देवी भवन में हुई सीजन की पहली बर्फबारी, श्रद्धालुओं ने उठाया स्नोफॉल का लुत्फ
नई दिल्ली: जम्मू के रियासी जिले के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी के दरबार में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। इस दौरान मां के पवित्र दर्शनों के लिए पहुंचे श्रद्धालु स्नोफॉल का आनंद उठाते नजर आए। माता वैष्णो देवी के दरबार में सीजन की पहली बर्फबारी का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि मां के भवन पर बर्फ की सफेद चादर बिछ रही है और भक्तों ने उत्साह में माता रानी के नारे लगाए। कई श्रद्धालु इस शानदार नजारे को अपने कैमरो में भी कैद करते नजर आए।
सीसीटीवी के जरिए होगी रास्ते की निगरानी
वहीं, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने नए साल 2024 की शुरुआत से पहले परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए मंदिर की सुरक्षा और परिचालन तैयारियों की व्यापक समीक्षा करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों तथा आध्यात्मिक विकास केंद्र के अन्य हितधारकों के साथ बैठक की। बैठक में गर्ग ने इस बात पर जोर दिया कि नया साल 2024 करीब आ रहा है और बोर्ड को आधार शिविर कटरा के अलावा श्री माता वैष्णो देवी जी के पवित्र मंदिर में देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से काफी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्रभावी भीड़ प्रबंधन द्वारा परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए विभिन्न मोर्चों पर कारर्वाई करने, ट्रैक पर और कटरा शहर में होल्डिंग क्षेत्रों को बढ़ाने, पूरे ट्रैक, विशेष रूप से भवन में पार्वती भवन के क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने की योजना पर काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लॉकर, वॉशरूम और वेटिंग हॉल जैसी सुविधाएं, भवन में प्रवेश और निकास मार्गों का सख्त विनियमन और 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क के माध्यम से हर समय निगरानी की जाएगी।
ट्रैक पर अतिरिक्त बल तैनात किए जाएंगे
बैठक में उधमपुर-रियासी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (डीआइजी) मोहम्मद सुलेमान चौधरी ने नए साल पर तीर्थयात्रियों की अपेक्षित आमद के प्रबंधन में आने वाले दिनों में तैनात सुरक्षा बलों के लिए प्रमुख चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अनुरोध के अनुसार सुरक्षा और प्रभावी यात्रा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय में कटरा के आसपास और भवन के रास्ते में ट्रैक पर अतिरिक्त बल तैनात किए जाएंगे। बैठक में रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडेंट (सीआरपीएफ) ने एक विस्तृत सुरक्षा ग्रिड प्रस्तुत किया और नए साल की शुरुआत में पवित्र तीर्थस्थल के रास्ते में क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया टीमों) की तैनाती के अलावा विभिन्न सुरक्षा उपायों पर चर्चा की। बहुस्तरीय सुरक्षा ग्रिड में पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य अर्धसैनिक बल शामिल हैं।