दिल्ली

पहले दादी अंत में बहन का कत्ल, पालम में एक घंटे तक चला था खूनी खेल; चार कत्ल की पूरी कहानी

दिल दहला देने वाले पालम हत्याकांड में आरोपी ने सबसे पहले दादी और अंत में बहन की हत्या की। हत्याकांड का खुलासा आरोपी केशव की बहन की चीख से हुआ। बहन के चीखने की आवाज पर पहली मंजिल पर रहने वाले दिनेश के भतीजे कुलदीप को शक हुआ। उसने आसपड़ोस में रहने वाले रिश्तेदारों को मौके पर बुलाया तो मामले का खुलासा हुआ। परिवार के सदस्यों को मौत के घाट उतारने का यह खूनी खेल करीब घंटे भर चला। भतीजे कुलदीप ने बताया कि रात करीब पौने 10 बजे वह दुकान से घर आया तो उसने चाचा के घर शोर-शराबा सुना। उसका चचेरा भाई केशव क्योंकि नशे में हमेशा ही हंगामा करता रहता था, इसलिए कुलदीप ने इसपर पहले ध्यान नहीं दिया। जब उसने चचेरी बहन उर्वशी के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी तो वह भागकर ऊपरी मंजिल पर पहुंचा। उसने पाया कि चाचा के घर का दरवाजा अंदर से बंद था और चीखने-चिल्लाने की आवाज भी आनी बंद हो गई थी।

शक होने पर ताऊ को बुलाया

उसे शक हुआ तो उसने पड़ोस में ही रहने वाले अपने ताऊ ईश्वर सिंह को बुला लिया। फिर इनलोगों ने घर का दरवाजा खटखटाया। इसपर आरोपी केशव ने कुलदीप से अपने घर का मसला होने की बात कहते हुए वहां से चले जाने को बोला। काफी कोशिश करने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो रात करीब साढ़े 10 बजे कुलदीप ने पीसीआर कॉल कर पुलिस को खबर दी। इसके बाद बाकी पड़ोसी भी वहां आ गए। भीड़ जुटते देख केशव पिछले रास्ते से कूदकर भागने की कोशिश करने लगा लेकिन लोगों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।

खून से लथपथ थे सभी शव

पुलिस की मौजूदगी में दरवाजे के ऊपर लगी ग्रिल से अंदर घुसकर मुख्य गेट खोला गया तो सबके होश उड़ गए। बाथरूम में कुलदीप के चाचा दिनेश, चाची दर्शन और कमरे में दादी और बहन मृत पड़े थे। खून में लथपथ पड़े इन शवों को देखकर सभी के पैरों तले से जमीन सरक गई। पुलिस की क्राइम टीम के अलावा एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया।

दादी दीवानो देवी (75)

मां दर्शन सैनी (47)

बहन उर्वशी (22)

पिता दिनेश कुमार सैनी (48)

नशे की लत

इस हत्याकांड के आरोपी केशव को नशे की लत थी। उसकी नशे की लत छुड़ाने के लिए परिवार ने उसे नशामुक्ति केंद्र भेजा था। वहां से लौटने के बाद भी उसकी लत नहीं छूटी। आरोपी केशव नशे के लिए परिवार से पैसे मांगता रहता था और इसी बात को लेकर परिजनों से झगड़ता भी रहता था। मंगलवार को भी उसने नशे के लिए पैसे मांगे थे। जब घरवालों ने पैसे देने से मना कर दिया तो उसने परिवार के लोगों की बारी-बारी से हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी मौके से भागने की फिराक में था, लेकिन उसके चचेरे भाई ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

नौकरी छूटी, गर्लफ्रेंड से भी हुआ ब्रेकअप

यह बात भी सामने आ रही है कि केशव ने कुछ समय पहले नौकरी भी की थी, लेकिन उसकी नौकरी छूट गई तो वह ज्याद नशा करने लगा था। परिवार से इस बात पर अक्सर झगड़ा भी करने लगा था। वह गाली गलौज करता था जिससे परिवार के सदस्य परेशान थे। कुछ समय पहले उसका अपनी गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप भी हो गया था। इसके बाद से वह और भी ज्यादा परेशान रहने लगा था। आरोपी केशव फिलहाल बेरोजगार था। पुलिस उससे पूछताछ कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा करने में जुटी है।

मां ने पैसे देने से मना किया तो भला-बुरा कहने के बाद चाकू से गोदा

आरोपी आए दिन नशे की लत पूरा करने के लिए घरवालों से पैसा मांगता था। रात को भी उसने सबसे पहले दादी से पैसे मांगे। दादी ने पैसे नहीं दिए तो उसने कहासुनी के बाद चाकू से गोदकर दादी की हत्या कर दी। इसके बाद उसने मां से पैसे मांगे। मां ने भी पैसे देने से मना कर दिया तो मां को भी भला-बुरा कहते हुए उनकी भी उसने हत्या कर दी। इसके बाद उसने पिता और फिर सबसे आखिर में छोटी बहन उर्वशी को मौत के घाट उतार दिया। पड़ोसियों के मुताबिक घर परिवार के लोगों से केशव अक्सर झगड़ा करता था और घर में चोरी भी करता था।

Related Articles

Back to top button