छत्तीसगढ़राज्य

बैंक डकैती के पांच आरोपित 24 घंटे में गिरफ्तार, सीएम ने पुलिस की पीठ थपथपाई

रायगढ़ : रायगढ़ बैंक डकैती मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिल गई है। जिसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी रायगढ़ पुलिस की पीठ थपथपाई। डकैती मामले में रायगढ़ पुलिस को 24 घंटे के भीतर अभूतपूर्व सफलता हाथ लगी है । इस वारदात को शेरघाटी गैंग ने अंजाम दिया है। रायगढ़ पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने बिहार के पांच डकैतों को कैश, गोल्ड, हथियार और घटना में इस्तेमाल ट्रक, क्रेटा वाहन के साथ हिरासत में लिया है। घटना की सूचना मिलते ही रायगढ़ रेंज डीआईजी रामगोपाल गर्ग, एसएसपी रायगढ़ सदानंद कुमार व जिले के अन्य पुलिस अधिकारीगण वारदात स्थल पर पहुंचे। घटनास्थल का जायजा लिया गया ।

तत्काल एसएसपी सदानंद कुमार के नेतृत्व में जिले में नाकेबंदी लगवाई गई और सीमावर्ती जिलों से भी जानकारी साझा कर नाकेबंदी और आरोपियों की पतासाजी के पाइंट दिये गये। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं आईजी बिलासपुर अजय यादव और डीआईजी रामगोपाल गर्ग द्वारा कमान संभालते हुयए अधिकारियों को मार्गदर्शन दिया गया। आईजी अजय यादव द्वारा अन्य जिलों से काबिल अधिकारियों की टीम बुलाई गई। एसएसपी सदानंद कुमार के नेतृत्व में सर्चिंग एवं नाकाबंदी के लिए पृथक-पृथक टीमें बनाई गई।

नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय को सम्पूर्ण जिले में नाकेबंदी एवं हॉटल, लॉज में बाहर से आये हुये व्यक्तियों के डाटाबेस जांच का कार्य दिया गया । एसडीओपी दीपक मिश्रा द्वारा सायबर, टावर डम्प/टेक्निकल एनालिसिस, ह्यूमन इंट संकलन का कार्य सौंपा गया। आईजीपी अजय यादव के निर्देशन पर रेंज से एडिशनल एसपी कोरबा अभिषेक वर्मा, टीआई अभिनव कांत सिंह, राकेश मिश्रा, एसआई प्रभाकर तिवारी, सागर पाठक, एएसआई हेमंत आदित्य, कांस्टेबल डेमन ओग्रे सायबर सेल कोरबा ने भी तत्काल रायगढ़ पुलिस के मिशन को ज्वाइन किया। सभी को अलग-अलग कार्य सौंपते हुए अधिकारियों द्वारा टीम को ब्रीफ किया गया। दूसरी ओर जिले के लॉज, ढाबा, टोल नाका की सघन जांच, पूर्व में लूट डकैती में शामिल आरोपियों की जांच पतासाजी में अलग-अलग टीमें लगी हुई थी।

सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को चेक कर अपनी जांच को आगे बढ़ाया। आरोपियों ने रेकी की थी। कई दिनों से आरोपियों की बैंक कर्मियों पर नजर थी। मोटर साइकिल में फर्जी नंबर का स्टिकर लगा हुआ था। बनहर नहर से आगे आरोपियों के भागने के संभावित रास्तों का पता लगाते हुए टीम पीछा कर रही थी। 11 सिंतबर को रायगढ़ से उड़ीसा गये और फिर 18 सितंबर को उड़ीसा रोड से रायगढ़ में दोबारा प्रवेश किया। आरोपियों की मूवमेंट को ट्रैक करते हुए आगे बढ़ रही टीम द्वारा लगातार वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी साझा किया जा रहा था।

इसके बाद झारखंड, बिहार और उड़ीसा के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया गया। जिसमें आरोपियों के बिहार-गया के शेरघाटी गैंग के होने की जानकारी प्राप्त हुई। इस गैंग के द्वारा कोरबा जिले में सीएसईबी स्थित केनरा बैंक में डकैती मामले में भी शामिल होने की जानकारी की पुष्टि हुई। आरोपियों की पहचान होते ही नाकाबंदी और तगड़ी की गई। एसएसपी सदानंद कुमार ने सोनभद्र और रामानुजगंज के इलाके में नाकेबंदी हेतु संभाग के अधिकारियों से बात की। इस बीच एक टीम झारखंड और उड़ीसा तथा अन्य राज्यों में लगातार बनी हुई थी। जहां अपने स्तर पर इंटेलिजेंस कलेक्शन किया जा रहा था।

आईजीपी अजय यादव, डीआईजी रामगोपाल गर्ग द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम रायगढ़ को वार रूम बनाकर अधिकारियों व टीमों को लगातार दिशा निर्देश दिया जा रहा था। जिसमें एसएसपी सदानंद कुमार, एसडीओपी दीपक मिश्रा, सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय, डीएसपी सुशांतो बनर्जी, डीएसपी निकिता तिवारी एवं रेंज से आये अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। आईजी अजय यादव सर के नेतृत्व में ब्रेन स्ट्रार्मिंग कर आरोपियों के द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले सम्भावित सभी मार्गों की मैपिंग की गई जो टोल प्लाजा में उनके मूवमेंट के संबंध में मिली जानकारी पर आधारित थी ।

अत: सभी संबंधित जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सघन चेकिंग और नाकेबंदी के लिये सूचित किया गया। क्रेटा वाहन के रामानुजगंज क्षेत्र में स्पॉट होने की जानकारी मिली। इसके बाद नाकेबंदी की गई। सूझबूझ से संदिग्ध क्रेटा वाहन को कब्जे में लिया गया जिसमें दो संदेही मौजूद थे। हिरासत में लेने के पश्चात संदेहियों से पूछताछ में अन्य आरोपियों की जानकारी मिली। ऐसे पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।

वारदात में शामिल बिहार गया शेरघाटी गैंग के 5 आरोपी हिरासत में
बैंक से लूट की गई शत प्रतिशत राशि 5 करोड़ 62 लाख के कैश बरामद और ज्वेलरी भी रिकवर
एक देसी मेड राइफल, एक कट्टा,आठ कारतूस, क्रेटा वाहन, ट्रक और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां बरामद

एसएसपी सदानंद कुमार के नेतृत्व में रात भर चला आरोपियों के धरपकड़ का ऑपरेशन
रेंज के विभिन्न जिलों से ऑपरेशन में शामिल थे सायबर एक्सपर्ट अधिकारी
एसपी बलरामपुर लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में नाकेबंदी पर लगी टीम ने देर रात क्रेटा कार और ट्रक से झारखंड भाग रहे आरोपियों को पकड़ा

राकेश कुमार गुप्ता पिता गणेश साव उम्र 22 साल निवासी बार थाना शेरघाटी जिला गया बिहार
उपेंद्र सिंह पिता सुंदरिका सिंह राजपूत उम्र 50 साल निवासी गुरुवा जिला गया बिहार
निशांत उर्फ पंकज कुमार महतो उर्फ राजेश दास पिता जयदेव प्रसाद उम्र 32 साल निवासी खरसरी थाना मधुबन जिला धनबाद बिहार

राहुल कुमार सिंह पिता उपेंद्र लाल उम्र 22 साल निवासी ग्राम डोभी थाना डोभी जिला गया बिहार
अमरजीत कुमार पिता शंकर उम्र 24 साल निवासी भरारी थाना शेरघाटी जिला गया बिहार

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