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आइसोलेशन वॉर्ड से भागे पांच कोरोना संदिग्ध


नई दिल्ली। देशभर में लगातार कोरोना वायरस के संदिग्धों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अपनी व्यवस्थाएं मजबूत कर रहा है। कड़ी व्यवस्था के बाद भी आए दिन संदिग्ध मरीज अस्पतालों से भाग निकल रहे है ऐसा ही कुछ बेगलुरू में हुआ और अब महाराष्ट्र में भी देखने को मिल रहा है।

महाराष्ट्र के नागपुर शहर के मायो अस्पताल से कोरोना के पांच संदिग्ध भाग गए हैं। कोरोना के लक्षण दिखने पर उन्हें आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया था। इनके सैंपल जांच के लिए दिए गए थे, जिनमें से 1 की रिपोर्ट में वो नेगेटिव पाया गया। बाकी चार की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के लोग इन संदिग्धों की तलाश कर रही है। महाराष्ट्र पुलिस का कहना है कि हम संदिग्धों की तलाश कर रहे हैं। जल्द ही उन्हें वापस लाया जाएगा। भारत में कोरोना वायरस से अब तक दो मौत हो चुकी है। एक मौत दिल्ली में 69 वर्षीय महिला की हुई है वहीं एक कर्नाटक के 76 वर्षीय बुजुर्ग की हुई है। पूरे देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 82 हो चुकी है। महाराष्ट्र में कोरोना के 19 मामलों की पुष्टी हो चुकी है।

वहीं पंजाब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सूचना दी है कि कोरोना वायरस की चपेट में आए देशों से भारत पहुंचे 355 यात्री को पता नहीं चल रहा है। सूचना मिली है कि शुक्रवार तक 6011 यात्रियों को ढूंढ लिया गया था, लेकिन अब भी 355 यात्रियों का पता नहीं लगाया जा सका है।

कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित इटली में अमरावती जिले के दो छात्र फंस गए हैं, जिन्हें सकुशल वापस भारत लाने की मांग को लेकर परिजन ने स्थानीय सांसद से मदद की गुहार लगाई है। इटली में पढने वाले छात्र प्रणव वेराले और सूरज बुंदेले को मिलान हवाईअड्डे पर रोके जाने के चलते दोनों बुधवार से वहीं फंसे हुए हैं। नागपुर में रहने वाले प्रणव के रिश्तेदार गोविंद वेराले ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण दोनों छात्रों ने दो फरवरी को एयर इंडिया से टिकट बुक की थी और दोनों को बुधवार को मिलान हवाईअड्डे से विमान पर सवार होना था।

उन्होंने बताया कि टिकट बुक कराते समय विमान कंपनी द्वारा कुछ नहीं कहा गया था लेकिन जब वह मिलान हवाईअड्डे पर पहुंचे तो दोनों छात्रों से कोरोना वायरस का नेगेटिव प्रमाणपत्र पेश करने को कहा गया। उन्होंने दावा किया कि हवाईअड्डे पर पहुंचने से पहले छात्रों ने इटली के लीको स्थित एक अस्पताल में जांच कराने का प्रयास किया था, जहां जांच से इंकार कर दिया गया।

गोविंद ने कहा कि यात्रा वाले दिन भारत सरकार की वेबसाइट पर इस बात को दर्शाया गया था कि ऐसे यात्रियों की सभी हवाईअड्डों पर स्क्रीनिंग होगी और उन्हें स्वघोषित फार्म प्रस्तुत करना होगा लेकिन एयर इंडिया के अधिकारियों ने दोनों छात्रों समेत करीब 150 यात्रियों को प्रवेश देने से रोक दिया। दोनों छात्रों के परिजन ने स्थानीय सांसद नवनीत राणा को पत्र लिखकर उन्हें सकुशल भारत लाने की मांग की है।

जानकारों की माने तो देश में कोरोना न फैले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग भरकस कोशिश कर रहा है साफ—सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है यहां तक की प्रशासन ने मैच तक निरस्त कर दिये है और तो और सार्वजनिक स्थलों को भी बंद करवा दिया गया है जैसे की मॉल आदि।

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