नई दिल्ली : कांग्रेस की सरकार में रहकर विरोध की उड़ान भर रहे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर पार्टी आलाकमान कार्रवाई कर सकता है। इस संबंध में राजस्थान प्रभारी सुखजिंदरसिंह रंधावा ने दिल्ली में अहम बैठक बुलाई है, जिसमें प्रदेश के सभी प्रमुख पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
उधर, सचिन पायलट ने कहा कि उनकी जनसंघर्ष यात्रा किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ है। आज युवा नाउम्मीद हो रहा है। कांग्रेस वसुंधरा के भ्रष्टाचारों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही?
तीन विकल्प
पायलट के लिए कांग्रेस में घुटन की स्थिति तो बाहर की राह भी आसान नहीं है, पर उनके पास यही तीन विकल्प हैं।
- भाजपा में जाएं, लेकिन स्थापित नेताओं के चलते प्रवेश मुश्किल।
- अलग से किसी मंच का गठन करें और विपक्षियों से समर्थन लें।
- आलाकमान पर दबाव बनाकर पार्टी में पुख्ता जगह बनाएं।