जीवनशैलीस्वास्थ्य

खुश रहने के लिए अपनाये ये 7 मंत्र, जिदंगी बनेगी खुशनुमा

आज कल भागदौड़ वाली जिदंगी में खुशी कही गायब सी हो गई है। कारण ये है कि हम अंदर से खुश नही होते है। आफिस का काम, घर का काम न जाने कितने काम करने होते है जिससे हम खुश कब रहे ये पता ही नही होता है। इसलिये कुछ भी काम हो लेकिन चेहरे से मुस्कान होनी चाहिये जिससे कोई भी काम आसनी से हो जाता है। खुशी के बिना कोई भी संघर्ष जीतना असंभव होता है। अगर मन में खुशी हो तो व्यक्ति कठिन से कठिन कार्य को भी आसानी से कर लेता है। आप भी यदि अपनी जिंदगी खुशी के साथ बिताना चाहते है । ये खुशी दिलायेगे।

अच्छी दोस्ती

एक अच्छी दोस्ती ही खुशहाल जीवन की एकमात्र कुंजी है और जो लोग आसानी से दूसरों के दिल में अपने लिए जगह बना लेते है, ऐसे लोग जीवन में कभी दुखी नहीं होते हैं। इनके पास भरपूर मित्रता होती है और ये कभी अकेला महसूस नहीं करते।

नीति

जीवन जीने के कुछ उसूल होते है और जो लोग अपने जीवन में नीतियों का पालन करते हैं वो खुश रहते हैं। वह लोग कभी गलत की ओर आकर्षित नहीं होते है। ऐसे लोगों को समाज में हमेशा सम्मान मिलता है।

साहस

दूसरों के डर या दवाब के कारण गलत काम करने से अच्छा है कि आप निडरता से अपनी बात दूसरों के सामने रखें। आप में बिना डरें सच बोलने का गुण हो तभी आप बिना सकोंच के अपनी जिंदगी सुकून से जी सकते है।

क्षमा

दूसरों की गलतियों को माफ करने वाला व्यक्ति सबसे बड़ा माना जाता है और जिन लोगों में दूसरों को माफ करने का गुण होता है, वो लोग जीवन में हमेशा खुश रहते है।

दया

उदार चरित्र वाले व्यक्ति से ईश्वर भी खुश रहते हैं और प्रेम, करूणा और दया का गुण दैवीय गुणों में से एक है।

लज्जा

लज्जा यानी शर्म का गुण हर व्यक्ति में होना चाहिए। जो लोग स्वभाव से बेशर्म होते हैं, उनकी दूसरों के सामने नकारात्मक छवि बन जाती है और ऐसे में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए लज्जा होना जरूरी है. कई चीजों पर ये गुण काम आता है।

उद्यमिता

उद्यमिता का गुण सभी गुणों में सबसे अहम होता है और सही मार्ग पर चलते हुए धन कमाने की कला खुशहाल व्यक्ति का सबसे बड़ा गुण है।

Related Articles

Back to top button