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हैकर्स इन तरीकों से लगा रहे आपके डेटा में सेंध, इनसे बचने के लिए अपनाएं ये जरूरी टिप्स

हैकर्स बिना यूजर के मर्जी के किसी भी स्मार्टफोन के जरिए जासूसी कर सकते हैं. ये यूजर के फोटोज, वीडियोज, कॉल रिकॉर्डिंग्स, रियल टाइम माइक्रोफोन डेटा, जीपीएस और लोकेशन डेटा को एक्सेस मिल जाता है.

दुनियाभर में लाखों यूजर्स आए दिन हैकिंग का शिकार होते हैं. हैकर्स कई तरीकों से यूजर्स को अपना निशाना बना रहे हैं. ऐसे में अपने फोन को हैकर्स से बचाना बेहद जरूरी है. लेकिन सवाल ये कि आखिर हैकर्स से अपने स्मार्टफोन को कैसे बचाया जाए. आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स दे रहे हैं जिससे आप अपने मोबाइल को सुरक्षित रख सकते हैं. आइए जानते हैं इन टिप्स के बारे में.

हैकर्स का कर सकते हैं जासूसी
हैकर्स बिना यूजर के मर्जी के किसी भी स्मार्टफोन के जरिए जासूसी कर सकते हैं. हैकर्स को यूजर के फोटोज, वीडियोज, कॉल रिकॉर्डिंग्स, रियल टाइम माइक्रोफोन डेटा, जीपीएस और लोकेशन डेटा को एक्सेस मिल जाता है.

ऐसे नुकसान पहुंचा सकते हैं हैकर्स
हैकर्स मैलिशस ऐप कॉल रिकॉर्ड कर सकते हैं, या फिर माइक्रोफोन की मदद से जासूसी कर सकते हैं. यही नहीं इससे हैकर सर्विस अटैक के जरिए फोन को फ्रीज भी कर सकते हैं. इस तरह फोन के डेटा हमेशा के लिए रह जाएंगे. इसके अलावा हैकर फोन में मैलवेयर और मैलिशियस कोड डाल सकत हैं, जिससे ना सिर्फ हैकर्स की एक्टिविटी छुपी रहेगी, बल्कि उसे डिलीट भी नहीं किया जा सकेगा.

थर्ड पार्टी ऐप को डाउनलोड न करें
अगर मोबाइल को हैकर्स से बचाना चाहते हैं, तो गलती से भी थर्ड पार्टी ऐप डाउनलोड न करें. ऐसा करने से आपका फोन और निजी डाटा सेफ रहेगा. इन थर्ड पार्टी ऐप में ऐसे लिंक और मैलवेयर होते हैं, जो यूजर्स की निजी जानकारी चुराने के साथ-साथ फोन को नुकसान पहुंचाते हैं.

फ्री पब्लिक Wi-Fi के यूज से बचें
अगर आप किसी पब्लिक प्लेस पर गए हैं तो फ्री Wi-Fi या पब्लिक Wi-Fi का इस्तेमाल न करें. सबसे ज्यादा सिक्युरिटी ब्रीच की घटनाएं पब्लिक Wi-Fi के जरिए ही अंजाम दिए जाते हैं. पब्लिक Wi-Fi के जरिए हैकर्स आपके स्मार्टफोन को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं. खासतौर से पब्लिक Wi-Fi के जरिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन जैसी सेवाओं का इस्तेमाल कभी न करें.

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