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10 लाख में पहले पति का एक्सीडेंट कराया, फिर गोली से करवाई हत्या… पत्नी, प्रेमी और हत्यारा गिरफ्तार

पानीपत: हरियाणा के पानीपत में परमहंस कुटिया के पास 2021 में हुई विनोद बराड़ा की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले में पुलिस ने विनोद की पत्नी निधि, उसके प्रेमी सुमित और देव सुनार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने खुलासा किया कि पहले हत्या के इरादे से विनोद का एक्सीडेंट करवाया गया, लेकिन वह बच गया। इसके बाद उसे गोली मारकर हत्या कर दी गई। तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

मामले का खुलासा
पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि विनोद के चाचा वीरेंद्र ने दिसंबर 2021 में शिकायत दर्ज कराई थी। विनोद सुखदेव नगर में हॉरट्रोन नामक कंप्यूटर सेंटर चलाता था। 5 अक्टूबर 2021 की शाम परमहंस कुटिया के गेट पर बैठे विनोद को एक पंजाब नंबर की गाड़ी ने टक्कर मारी, जिससे उसकी दोनों टांगें टूट गईं। इस घटना के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर गाड़ी चालक देव सुनार को गिरफ्तार कर लिया।

हत्या की साजिश
देव सुनार ने बाद में समझौते का प्रस्ताव रखा, जिसे वीरेंद्र ने ठुकरा दिया। इसके बाद देव ने 15 दिसंबर 2021 को विनोद के घर में घुसकर उसे गोली मार दी। विनोद की पत्नी ने शोर मचाया और पड़ोसियों के साथ मिलकर दरवाजा खुलवाने की कोशिश की। खिड़की से देखने पर पता चला कि देव ने विनोद को गोली मार दी थी। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के दौरान देखा गया कि इस दौरान उन्होंने खिड़की से देखा कि आरोपी देव सुनार ने विनोद को बेड से निचे गिराकर कमर व सिर में गौली मार दी।

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपी देव सुनार पानीपत जेल बंद था। कोर्ट में चालान पेश किया जा चुका था। इस हत्या की जांच के दौरान मृतक विनोद के भाई ने ऑस्ट्रेलिया से पुलिस को संदेश भेजकर अन्य लोगों के शामिल होने का संदेह जताया। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की और सुमित उर्फ बंटू को हिरासत में लिया। सुमित ने बताया कि उसने और निधि ने मिलकर विनोद की हत्या की साजिश रची थी। पहले एक्सीडेंट का प्लान बनाया और बाद में देव सुनार को 10 लाख रुपये देकर हत्या के लिए राजी किया। इस शिकायत को पुलिस ने गंभीरता से लिया और सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार को दिशा निर्देश देकर जांच की जिम्मेदारी सौंपी। सीआईए थ्री पुलिस टीम ने मृतक विराद बराड़ा की फाइल को फिर से खोला और गहनता से जांच शुरू की।

गिरफ्तारी और सजा
पुलिस ने आरोपी निधि और सुमित को गिरफ्तार किया। निधि ने सुमित के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने की बात स्वीकार की। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस की तत्परता और सूझबूझ के चलते तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाया गया।

मृतक के भाई ने खोले कई राज
रिमांड के दौरान आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने पुलिस को बताया वह वर्ष 2021 में पानीपत में एक जिम में ट्रेनिंग के तोर पर काम करता था। विनोद की पत्नी निधि भी वहां जिम करने के लिए आती थी। इसी दौरान उनकी दोस्ती हो गई और दोनों के बीच बातचीत होने लगी। जब विनोद को उन दोनों के बारे में पता चला तो इस बारे में उसके और विनोद के बीच कहासुनी हो गई थी। विनोद और उसकी पत्नी निधि के बीच झगड़ा होने लग गया। बाद में निधि के साथ मिलकर सुमित ने विनोद को एक्सीडेंट के जरिए मारने की साजिश रची।

इसके अलावा आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने बताया वह किसी जानकार की मदद से ट्रक ड्राइवर देव सुनार उर्फ दीपक निवासी भटिंडा से मिला। उसे 10 लाख रुपये कैश देकर विनोद की हत्या करे लिए राजी किया। उसने देव सुनार को पंजाब नंबर की एक लोडिंग पिकअप गाड़ी दिलवाई। देव सुनार ने 5 अक्तूबर 2021 को विनोद को जान से मारने की नियत से उक्त गाड़ी से सीधी टक्कर मार दी। लेकिन विनोद बच गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पत्नी, प्रेमी और हत्यारे
निधि और सुमित ने मिलकर देव की जेल से जमानत करवाई। इसके बाद उसे फिर से हत्या के लिए तैयार किया। इस बार देव को अवैध पिस्तौल और कैश देकर काम होने के बाद और रुपये देने का लालच दिया। प्लान के तहत देव सुनार को माफी मांगने के बहाने विनोद बराड़ा के घर भेजा और 15 दिसंबर 2021 को घर में घुसकर विनोद की गोली मारकर हत्या कर दी। देव के जेल जाने के बाद आरोपी सुमित उर्फ बंटू उसके केस व घर का पूरा खर्च खुद देने लगा। प्लान के अनुसार निधि मार्च 2024 में अदालत मे अपनी गवाही से मुकर गई।

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