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कांग्रेस में अंतर्कलह और शशि थरूर की नाराजगी पर पूर्व साथी की राहुल गांधी को नसीहत, कहा- पहले अपना घर संभालिए

नई दिल्‍ली । कांग्रेस (Congress) के अंदरूनी विवाद और शशि थरूर (Shashi Tharoor) की नाराजगी को लेकर अब राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसे लेकर अब पार्टी के पूर्व साथी ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को नसीहत दी है। कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता संजय झा (Sanjay Jha) ने राहुल गांधी को एक खुला पत्र लिखकर पार्टी पर ध्यान देने की अपील की। झा ने यह पत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया और कांग्रेस नेता शशि थरूर की नाराजगी के बीच पार्टी में एकता बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया।

संजय झा ने अपने पत्र में लिखा, “प्रिय राहुल गांधी, मैं यह पत्र सार्वजनिक रूप से इसलिए लिख रहा हूं, क्योंकि कांग्रेस के भीतर शायद ही कोई आपको यह सच्चाई बताएगा। नेतृत्व का मतलब कठिन बातचीत करने से होता है, समस्याओं से भागने से नहीं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भाजपा से मुकाबला करने से पहले अपनी अंदरूनी समस्याओं को हल करना चाहिए।

थरूर की नाराजगी क्यों?
झा ने शशि थरूर की तारीफ करते हुए कहा कि वह देश के बेहतरीन सांसदों में से एक हैं। उन्होंने लिखा, “थरूर जैसे अनुभवी नेता को मीडिया के जरिए अपनी बात कांग्रेस नेतृत्व तक पहुंचाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, यह निराशाजनक है। लगभग पांच साल पहले मैं भी इसी स्थिति में था और मुझे राष्ट्रीय अखबार में लेख लिखना पड़ा था। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या पार्टी में समस्याओं को हल करने की इच्छाशक्ति है? कांग्रेस को भाजपा से लड़ने के लिए मजबूत संगठन बनाना होगा, लेकिन आंतरिक कलह पार्टी कार्यकर्ताओं की ऊर्जा और जोश को प्रभावित कर रही है।

थरूर की पार्टी से बढ़ती दूरी?
चार बार के कांग्रेस सांसद शशि थरूर को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं कि वह पार्टी में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में केरल कांग्रेस में नेतृत्व संकट पर खुलकर बात की थी और विपक्ष के लोकसभा नेता राहुल गांधी से मुलाकात कर अपनी भूमिका को लेकर चर्चा की थी।

झा ने राहुल गांधी को स्पष्ट संदेश देते हुए लिखा, “अगर कांग्रेस को वाकई चुनौती पेश करनी है, तो उसे तेज, जोखिम उठाने वाली और आक्रामक पार्टी बनना होगा। लेकिन फिलहाल, हम समस्या को हल करने के बजाय, खुद ही उसमें उलझे हुए हैं।” कांग्रेस के अंदरूनी विवाद और थरूर की नाराजगी को लेकर अब राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। देखना होगा कि पार्टी नेतृत्व इस मसले पर क्या कदम उठाता है।

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