देश में पहली बार ड्रोन से की जाएगी दवाओं की डिलीवरी, इस राज्य में लॉन्च हुआ प्रोजेक्ट ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’
नई दिल्ली: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव के साथ राज्य में ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ परियोजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह की पहली परियोजना है जिसका उद्देश्य ड्रोन का उपयोग करके दूर-दराज के क्षेत्रों में टीकों और आवश्यक दवाओं को घर-घर पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 16 ग्रीन जोन को चुना गया है। बाद में आंकड़ों के आधार पर इसे पूरे देश में शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज का दिन ना केवल तेलंगाना बल्कि पूरे देश के लिए बहुत क्रांतिकारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण ही इस ड्रोन पॉलिसी को तैयार किया गया और फिर आज इसका शुभारंभ किया गया है।ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि एनडीए सरकार ने नई ड्रोन पॉलिसी में कई छूट दी है। इसके चलते देश में अब ड्रोन का इस्तेमाल करना सामान हो जाएगा। पहले ड्रोन को ऑपरेट करने के लिए 25 फॉर्म भरने पड़ते थे, लेकिन अब केवल पांच फॉर्म ही भरना पड़ता है। वहीं पहले ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए 72 तरह की फीस भरनी पड़ती थी, लेकिन अब केवल चार तरह की ही फीस भरनी पड़ती है। वहीं ग्रीन जोन में ड्रोन उड़ाने के लिए किसी तरह की परमिशन की जरूरत नहीं पड़ती है। हालांकि रेड जोन में ड्रोन उड़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
तेलंगाना देश का पहला राज्य बन गया है, जहां के दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों तक वैक्सीन और दवा पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया होगा। योजना का शुभारंभ करने से पहले राज्य सरकार की ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ परियोजना के तहत ड्रोन का दो दिवसीय टेस्ट गुरुवार को विकाराबाद शहर में शुरू हुआ था।