विदेश मंत्री जयशंकर लाल सागर हूती हमलों के मुद्दे पर यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट से की बात
नई दिल्ली (विवेक ओझा): भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटोनी ब्लिंकेन ( Antony blinken) से फोन पर लाल सागर हमलों ( Red sea attacks) सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है। भारत और अमेरिका दोनों का साझा हित रेड सी में हूती विद्रोहियों और अन्य समुद्री डकैतों से निपटना है। दक्षिण लाल सागर और अदन की खाड़ी ( Gulf of Aden) को सुरक्षित करने के मुद्दों पर एस जयशंकर ने ब्लिंकेन से चर्चा की। यूक्रेन और गाजा मुद्दे पर भी दोनों देशों के शीर्ष राजनयिकों ने चर्चा की है। भारतीय विदेश मंत्री ने गाजा सहित पश्चिम एशिया में चल रही स्थिति पर एंटोनी ब्लिंकेन की अंतर्दृष्टि की सराहना की।
दोनों देशों ने यूक्रेन संघर्ष से संबंधित घटनाक्रम पर दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं ने समुद्री सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता देते हुए इसकी चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी प्रतिबद्धता व्यक्ति की। ब्लिंकेन को फोन लगाने से पहले भारतीय विदेश मंत्री ने क्वाड संगठन के महत्वपूर्ण सदस्य ऑस्ट्रेलिया के सीनेटर पेनी वांग ( Penny Wong) से फोन पर चर्चा की।
इससे पहले दोनों विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेंबली यानी UNGA के सेशन के दौरान मिले थे। तब भी कई सामरिक आर्थिक मुद्दों पर चर्चा हुई थी , क्वाड सहयोग को बढ़ाने की बात हुई थी लेकिन तब कनाडा और निज्जर मामले को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई थी। बाद में दोनों नेताओं की बैठक में इन पर भी चर्चा हुई। हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा और अमेरिका के साथ संबंधों में आए तनाव पर बड़ा बयान भी दिया था । उन्होंने इन दोनों देशों के बीच एक बड़ा अंतर समझाते हुए कहा कि कनाडा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर आतंकवादी और चरमपंथी गतिविधियों को उचित ठहराता है, जबकि अमेरिका ऐसा नहीं करता।