ओड़िशा: पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा (Puri Jagannath Rath Yatra 2022) हिंदू धर्म में आस्था र्झने वालों के लिए बहुत बड़ा त्यौहार माना जाता है। भगवान जगन्नाथ की एक झलक पाने के लिए लाखों भक्त लालाहित रहते हैं। इस बार बीते शुक्रवार से शुरू हुआ यह रथ यात्रा आगामी 12 जुलाई को समाप्त होगी। ऐसे में ओडिशा के पुरी जगन्नाथ रथयात्रा में बड़ी संख्या विदेशी पर्यटक (Foreign Tourist) पहुंच रहें हैं। एक विदेशी पर्यटक ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि, “मैं इंगलैंड से अपने दोस्तों के साथ जगन्नाथ यात्रा में आया हूं और मुझे यहां बेहद अच्छा लग रहा है। हम जब से यह यात्रा शुरू हुआ है यहीं पर हैं।
आपको बता दें कि, मान्यता के अनुसार रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा का रथ निकाला जाता है। मुख्य मंदिर से तकरीबन 3 किलोमीटर दूर मौजूद गुंडिचा मंदिर में बलराम, सुभद्रा और प्रभु जगन्नाथ अपने-अपने रथों में सवार होकर पहुंच रहें हैं। गुंडीचा मंदिर भगवान की मौसी का घर माना जाता है। यहां भगवान जगन्नाथ अपने भाई-बहन के साथ सात दिन तक विश्राम की परम्परा के बाद फिर उसी रथों में सवार होकर अपने मुख्य मंदिर में वापस पहुंचेंगे।
गौरतलब है कि, कोविड के 2 सालों के बाद इस बार रथयात्रा का आयोजन किया गया है। इस रथ में अबतक लाखों लोग शामिल हो चुके हैं। आषाढ़ शुक्ल दशमी पर ये तीनों रथ गुंडिचा मंदिर से फिर से मुख्य मंदिर की ओर प्रस्थान करेंगे। जगन्नाथ यात्रा में किसी प्रकार की खलल न पड़े जिसके लिए सुरक्षा के समुचित बंदोबस्त किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था इतनी चुस्त-दुरुस्त है कि, परिंदा भी पर नही मार सकता।