पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने राज्यसभा सांसद की शपथ ली
मुम्बई। उच्चतम न्यायालय के पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने गुरुवार को राज्यसभा संसद की शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें शपथ दिलायी। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और सदन से वाकआउट कर गये। इसके बाद राज्यसभा में मौजूद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष के विरोध की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस सदन की शोभा कई गणमान्य न्यायाधीशों ने बढ़ाई है लेकिन इस तरह से विपक्ष का विरोध शर्मनाक है।
हंगामे के दौरान सभापति एम वैंकेया नायडू ने कहा कि हम सभी की अपनी राय हो सकती है लेकिन सदन में इस तरह से राष्ट्रपति (रामनाथ कोविन्द) के फैसले का विरोध गलत है।
उल्लेखनीय है कि रंजन गोगोई देश के 46वें चीफ जस्टिस रहे हैं। उन्होंने सीजेआई का पद तीन अक्टूबर 2018 से 17 नम्वबर 2019 तक संभाला। 18 नवम्बर, 1954 को असम में जन्मे रंजन गोगोई ने डिब्रूगढ़ के डॉन बोस्को स्कूल और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ाई की। उनके पिता केशव चंद्र गोगोई असम के मुख्यमंत्री थे।
जस्टिस रंजन गोगोई ने 1978 में वकालत के लिए पंजीकरण कराया था। 28 फरवरी, 2001 को रंजन गोगोई को गुवाहाटी हाई कोर्ट का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। जस्टिस गोगोई 23 अप्रैल, 2012 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने थे।