नई दिल्ली: कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व सीएम हरीश रावत को पंजाब प्रभारी पद से हटा दिया है। उनकी जगह अब हरीश चौधरी को पंजाब को नया प्रभारी बनाया गया है। हरीश रावत ने खुद कांग्रेस हाईकमान से पंजाब प्रभारी पद से मुक्त करने की मांग की थी। उत्तराखंड में चुनाव को देखते हुए कांग्रेस हाईकामन का फैसला 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हरीश रावत ने भी सोशल मीडिया में पोस्ट लिखकर यही मांग की थी। कांग्रेस महासचिव और पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने पार्टी नेतृत्व से उन्हें पंजाब की जिम्मेदारियों से मुक्त करने का आग्रह किया था। उनका कहना था कि उनको मुक्त करने के बाद वो उत्तराखंड विधानसभा चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
उत्तराखंड में भी पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा के साथ ही चुनाव है। रावत ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इसके बाद रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के बारे में चर्चा की है। उन्हें राज्य में आई प्राकृतिक आपदा के बारे में जानकारी दी है। कहा कि वह जल्द कांग्रेस अध्यक्ष से मिलेंगे। इसके बाद उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट लिखकर बताया कि वह पंजाब की जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहते हैं। अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि आज वह बड़ी ऊहापोह से उबर पाए हैं। एक तरफ जन्मभूमि के लिए उनका कर्तव्य है और दूसरी तरफ कर्मभूमि पंजाब के लिए उनकी सेवाएं हैं। अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि स्थितियां जटिल होती जा रही है, क्योंकि ज्यों-ज्यो चुनाव नजदीक आएंगे, दोनों जगह पूर्ण समय देना पड़ेगा।
उत्तराखंड में बेमौसम बारिश ने जो कहर ढाया है, वह हृदयविदारक है। वह कुछ जगह जा पाए हैं, जबकि वह सभी जगह जाना चाहते थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा कि कर्तव्य पुकार, मुझसे कुछ और अपेक्षाएं लेकर खड़ी हुई है। वह जन्मभूमि के साथ न्याय करें तभी कर्मभूमि के साथ भी न्याय कर पाऊंगा। इसके साथ ही रावत ने समर्थन देने के लिए पंजाब कांग्रेस और वहां के लोगों का धन्यवाद दिया।