कतर में अवैध हिरासत में नौसेना के पूर्व अधिकारी, पीएम मोदी से मदद की गुहार
Gwalior News : उज्जवल प्रदेश, ग्वालियर. भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारी करीब 70 दिनों से कतर में अवैध हिरासत में हैं। इसमें मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले पूर्णेंदु तिवारी भी शामिल हैं, जो भारतीय नौसेना में कमांडर रह चुके हैं। वह कतर में नौसेना को प्रशिक्षण और अन्य सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी के साथ वर्तमान में काम कर रहे हैं।
पूर्णेंदु की बहन डा. मीतू भार्गव ग्वालियर में रहती हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ ¨सह को ट्वीट कर सभी पूर्व नौसेना अधिकारियों को जल्द से जल्द वापस लाने की गुहार लगाई है। ग्वालियर के विंडसर हिल्स सोसाइटी में रहने वाली डा. मीतू और उनके पति आशीष भार्गव ने बताया कि पूर्णेंदु तिवारी ने भारतीय नौसेना के कमांडर पद से सेवानिवृत्त होने के बाद कतर नौसेना को प्रशिक्षण देने वाली कंपनी के साथ काम शुरू किया। उनके साथ देश के सात और नौसेना के पूर्व अधिकारी काम करते हैं। हर सप्ताह शनिवार और रविवार को उनका फोन स्वजन के पास आता था।
अगस्त से फोन आना बंद हो गया। जब उन्होंने कंपनी में संपर्क किया तो पता लगा कि उन्हें कतर सरकार द्वारा पूछताछ के लिए ले जाया गया है। जब लगातार उनके बारे में कोई खबर नहीं लगी, न ही यह पता लगा कि उन्हें क्यों अवैध हिरासत में रखा गया है तो केंद्र सरकार से गुहार लगाई गई। करीब 10 दिन पहले केंद्र सरकार का प्रतिनिधिमंडल कतर गया, तब पूर्णेंदु की बात उनकी मां से कराई गई। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें क्यों हिरासत में रखा गया है, यह नहीं पता। डा.मीतू ने प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री को ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई है।