पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब दा, बेटे अभिजीत मुखर्जी ने उन्हें मुखाग्नि
नई दिल्ली: राजनीति के अजातशत्रु और देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी आज पंचत्तव में विलीन हो गए हैं। उनके बेटे और कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ आज उन्हें दिल्ली के लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में आखिरी विदाई दी गई।
इससे पहले प्रणब दा के पार्थिव शरीर को 10, राजाजी मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास पर लाया गया, जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उनके अंतिम दर्शन करके श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी कैबिनेट ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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राजनीति के अजातशत्रु प्रणब मुखर्जी का निधन सोमवार शाम हो गया था, वे 84 वर्ष के थे। उन्हें 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल’ में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में प्रणब मुखर्जी के फेफड़ों में संक्रमण भी हो गया था।
प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव थे, इसलिए उनके अंतिम संस्कार के दौरान सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया। प्रणब मुखर्जी के शव को लकड़ी के ताबूत में रखा गया और उनके पुत्र भी पीपीई किट पहनकर समस्त क्रियाओं का पालन किया। कोरोना काल के कारण इस अंतिम संस्कार में बहुत ही कम लोग मौजूद रहे।