दुनियाभर में बढ़ती गर्मी बन रही लोगों के लिए खतरा, टॉप-10 में दिल्ली समेत भारत के चार महानगर शामिल
Global Warming: लंबे समय से ग्लोबल वॉर्मिंग दुनिया भर के देशों और वैज्ञानिकों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है. एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में शहरों का तापमान तेजी से बढ़ रहा है. रिपोर्ट में इससे प्रभावित टॉप-10 शहरों की लिस्ट भी शामिल की गई है, जहां लोगों को गर्मी और तेज धूप का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है. इसमें राजधानी दिल्ली समेत भारत के चार महानगरों का नाम भी शामिल है. दुनिया भर के शहरों में बढ़ते तापमान को लेकर वैज्ञानिकों ने ये रिपोर्ट तैयार की है.
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफ़ोर्निया के वैज्ञानिकों ने इस स्टडी को तैयार किया है. इसके मुताबिक, जनसंख्या वृद्धि और ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से शहरों का तापमान तेजी से बढ़ रहा है. जिसकी वजह से लोगों को तेज धूप और गर्मी का सामना करना पड़ रहा है और वो बीमार भी पड़ रहे हैं. स्टडी के मुताबिक, आने वाले समय में इसमें तेजी से और इजाफा हो सकता है. साथ ही वैज्ञानिकों का मानना है कि अब लोगों को शहरों की तरफ जाने से बचना चाहिए.
13,115 शहरों के डेटा को लेकर तैयार इस स्टडी के मुताबिक, दक्षिण एशिया, पूर्वी एशिया और अफ़्रीका के कुछ हिस्सों में तापमान बढ़ने की मुख्य वजह शहरों की बढ़ती आबादी और ग्लोबल वॉर्मिंग को बताया गया है. 1980 से अब तक दुनिया भर के शहरों के तापमान में जो बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है उसका आधा हिस्सा (52 फीसदी) भारत से आता है. इस स्टडी में टॉप-10 शहरों की लिस्ट भी शामिल की गई है, जहां लोगों को गर्मी और तेज धूप (हीट एक्स्पोजर) का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है.
इसमें राजधानी दिल्ली दूसरे स्थान पर मौजूद है. इसके अलावा कोलकाता तीसरे, मुंबई पांचवें और चेन्नई सातवें स्थान पर मौजूद हैं. इस लिस्ट में ढाका को सबसे ज्यादा प्रभावित शहर बताया गया है. दिल्ली में जहां बढ़ती आबादी को इसकी बड़ी वजह बताया गया है. वहीं मुंबई में बढ़ते हीट एक्स्पोजर के पचास फीसदी मामलों की वजह तेजी से बढ़ता तापमान है.
प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में तापमान में होने वाली वृद्धि से पूरे विश्व की लगभग एक चौथाई आबादी प्रभावित हो रही है. पिछले कुछ सालों में करोड़ों की संख्या में लोगों ने गांवों से शहरों का रूख किया हैं. हीट एक्स्पोजर के दो तिहाई मामलों में शहरों की बढ़ती आबादी मुख्य वजह है. वहीं एक तिहाई मामलों में इसका कारण बढ़ता तापमान है.
एशियाई शहरों में हीट एक्स्पोजर की बड़ी वजह बढ़ती आबादी को बताया गया है तो वहीं ग्लोबल वॉर्मिंग पूर्वी यूरोप के शहरों में इसका बड़ा कारण साबित हुआ है.