नारायणपुर : बीजेपी नेता रतन दुबे हत्या मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने इस मामले में चार नक्सलियों को पकड़ा है। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी नेता रतन दुबे की हत्या कर दी गई थी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले 5 नवंबर को भाजपा नेता की अज्ञात नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। जब वह कौशलनार गांव में पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे। रतन दुबे नारायणपुर में भाजपा के जिला अध्यक्ष थे। पुलिस के मुताबिक रतन दुबे की धारदार हथियार से हमला कर हत्या की गई थी।
बता दें कि रतन दुबे की हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों ने ली थी। नक्सलियों ने पर्चा जारी कर भाजपा नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। नक्सलियों ने पर्चे में लिखा था कि रतन दुबे जनविरोधी नीतियों में शामिल रहे। इसीलिए उन्हें मौत की सजा दी गई है। पर्चा नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी के हवाले से जारी किया गया था।
नारायणपुर जिले के कोशलनार में लगे साप्ताहिक बाजार में विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे। भाजपा नेता व जिपं सदस्य रतन दुबे पर नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद जहां क्षेत्र में दहशत का आलम था।
नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने पर्चा जारी करते हुए रतन दुबे की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पर्चा जारी कर नक्सलियों ने रतन दुबे पर जनविरोधी नीतियों का पक्षधर होने का आरोप लगाते हुए उन्हें मौत की सजा देने का ऐलान भी किया था। नक्सलियों द्वारा पर्चा जारी कर आमदई खदानों में काम कर रही निको जायसवाल कंपनी के सभी स्थानीय कर्मचारियों व मजदूरों को तत्काल काम बंद करने कहा। इसके साथ ही कहा गया था कि तत्काल काम बंद नहीं किया गया तो रतन दुबे की तरह ही सजा दी जाएगी।